रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने वैक्सीन के दोनों उत्पादकों सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को 50 लाख डोज वैक्सीन का ऑर्डर दिया है. वैक्सीन मिलने ही योजनाबद्ध तरीके से राज्य में 18 से 45 वर्ष के आयु वर्ग के हितग्राहियों का तत्परता से टीकाकरण किया जाएगा. इसके लिए राज्य के सभी ज़िलों के वैक्सीनेटर का प्रशिक्षण भी किया जा रहा है. शासकीय केन्द्र में होने वाला टीकाकरण पूरी तरह निःशुल्क होगा.
केंद्र सरकार के निर्देशानुसार शुरु में 18 से 45 वर्ष के आयु वर्ग के नागरिकों के टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराना होगा. इसलिए हितग्राहियों को केवल कोविन एप और आरोग्य सेतु एप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण की ही सुविधा मिलेगी. सेशन साइट पर पहुंचकर वहीं ऑनसाइट पंजीकरण कराए जाने का प्रावधान नहीं रहेगा.
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वर्तमान में राज्य को केंद्र से मिलने वाली वैक्सीन डोसेज में से कुछ वैक्सीन निजी संस्थानों की मांग अनुसार उन्हें भुगतान के आधार पर दी जा रही है. लेकिन केंद्र सरकार के निर्देशानुसार ये वैक्सीन डोसेज 1 मई 2021 से निजी संस्थानों को नहीं दी जा सकेंगी. 1 मई 2021 से प्रारंभ होने वाले टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए राज्य के निजी संस्थान भी वैक्सीन उत्पादकों से वैक्सीन स्वयं क्रय कर सकेंगे. सभी पात्र नागरिकों का टीकाकरण कर सकेंगे. किसी भी निजी संस्थान में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर बनाने के लिए संस्था में कोल्ड चेन उपकरण, पर्याप्त संधारण क्षमता, प्रतीक्षालय, टीकाकरण और टीकाकरण के बाद निगरानी कक्ष के लिए पर्याप्त स्थान की उपलब्धता, वैक्सीनेटर, वैरीफायर की पर्याप्त संख्या उपलब्ध होनी चाहिये.
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टीकाकरण के बाद ए.ई.एफ.आई. के प्रबंधन के लिए भारत सरकार के दिशा-निर्देशानुसार अनिवार्य रूप से व्यवस्था होनी चाहिए. कोविन पोर्टल में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का पंजीकरण जिला टीकाकरण अधिकारी द्वारा किया जाएगा. ऐसे निजी स्वास्थ्य संस्था जो पूर्व में कोविन में पंजीकृत है, उन्हें पुनः पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.
इसी प्रकार 1 मई 2021 से औद्योगिक संस्थान भी स्वयं वैक्सीन उत्पादकों से क्रय कर अपने कर्मचारियों और उनके परिजनों का टीकाकरण सुनिश्चित कर सकेंगे. ऐसे औद्योगिक संस्था जहां अस्पताल है उनका पंजीकरण कोविन में औद्योगिक संस्था कोविड वैक्सीनेशन सेण्टर के रूप में किया जा सकता है. ऐसे औद्योगिक संस्था जहां उपयुक्त अस्पताल नहीं है, उन्हें वर्तमान में कार्यरत निजी कोविड वैक्सीनेशन सेण्टर से मैपिंग कर कोविड-19 टीकाकरण किया जा सकता है.
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