रायपुर। भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी कोरोना संक्रमित मरीजों को सबसे ज्यादा आवश्यकता ऑक्सीजन, ऑक्सीजन बेड और रेमडेसिविर इंजेक्शन की है. छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन भारी तादात में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी है. वर्तमान में अब ग्रामीण क्षेत्रों में कारोना का संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. गांव-गांव से भारी तादात में संक्रमित मरीज निकल रहे है. कस्बो, शहरों के हॉस्पिटल, बेड, आसपास में जगह न मिलने और ऑक्सीजन बेड उपलब्ध नहीं मिल रहा है. जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में डर, भय और घबराहट का वातावरण बन रहा है. अस्पतालों में, आइसोलेशन सेंटरो में जगह न मिलने से मरीज गांव में ही कोविड से लड़ रहे है. लगातार कोविड के मरीज बढ़ रहे है.
ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता करें सुनिश्चित
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भारी तादात में औद्योगिक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हुए है. लेकिन उनके लिए फ्लोमीटर नहीं होने के कारण बहुत से स्थानों पर इन सिलेण्डरों का उपयोग ही नहीं हो पा रहा है. सरकार ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करने के लिए कोई सुनिश्चित व्यवस्था अभी तक नहीं बन पाई है. ब्लाॅक और जिला स्तर पर निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन कहां से उपलब्ध होगा. होम आइसोलेशन मरीज को कहां से उपलब्ध होगा. इस संबंध में भी अभी तक कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं है, न ही कोई अधिकारी व टेलीफोन नंबर शासन ने उपलब्ध कराए है.
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बृजमोहन ने प्रभारी अधिकारी और कलेक्टर से की चर्चा
ब्लाॅक और जिला स्तर पर 24 घंटे उपलब्ध रहने वाले अधिकारियों के टेलीफोन नंबर सार्वजनिक रूप से प्रसारित किया जाना चाहिए. प्रदेश में पर्याप्त मेडिकल सिलेण्डर तो बिल्कुल भी उपलब्ध नहीं है. प्रदेश में हाईफ्लो मास्क की भी बहुत कमी है. इसकी भी व्यवस्था शासन स्तर पर व्यापक रूप से किए जाने की आवश्यकता है. इस संदर्भ में बृजमोहन अग्रवाल ने ऑक्सीजन के प्रभारी अयाज तम्बोली और रायपुर कलेक्टर भारती दासन से चर्चा भी की.
लोगों को नहीं मिल रहा रेमडेसिविर इंजेक्शन- बृजमोहन
रेमडेसिविर इंजेक्शन भी आम गरीब मरीजों को और छोटे अस्पतालों को उपलब्ध नहीं हो रहे हैं. सरकार अस्पतालों को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कह रही है, लेकिन अस्पताल में इंजेक्शन लगाने के बजाय लोगों को पर्चा दिया जा रहा है. लोग पर्चा लेकर मेडिकल स्टोर के धक्के खा रहे है. घंटों की लाइन लगने के बाद भी इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. लोगों को ब्लैक मार्केट में 15 हजार से 20 हजार में इंजेक्शन खरीदना पड़ रहा है. जिसके कारण लोगों में नाराजगी है.
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बृजमोहन ने शासन-जिला प्रशासन से किया यह आग्रह
अग्रवाल ने शासन और जिला प्रशासन से आग्रह किया कि ब्लाॅक और जिला स्तर पर ऑक्सीजन की उपलब्धता करवाने के लिए रिजर्व स्टाॅक रखा जाए. 24 घंटे उपलब्ध रहने वाले टेलीफोन नंबर उपलब्ध करवाया जाए. साथ ही इसी प्रकार की व्यवस्था रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भी की जाए. इस कठिन समय पर सभी से आग्रह कि ऑक्सीजन अस्पतालों में बेड और रेमडेसिविर इंजेक्शन लोगों को आसानी से उपलब्ध हो, इसके लिए हमे खुले और उदार मन से काम करने की आवश्यकता है. यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है, लोगों के दु:ख परेशानी को दूर करने का है.
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