रामकुमार यादव,अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मैनपाट महोत्सव में शराब खोरी के मसले पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने बेतुका और विवादित बयान दिया है. मंत्री भगत ने कहा कि मैनपाट में लोग मनोरंजन करने आते है ना कि सत्यनारायण की कथा सुनने. इसलिए मनोरंजन के लिए सभी सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए.
मैनपाट महोत्सव के दौरान अवैध बार खोलकर शराब की बिक्री की जा रही थी. जहां जमकर शराब छलकाया गया. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. हालांकि बताया जा रहा है कि बाद में उसे बंद कर दिया गया. अब खुद मंत्री अमरजीत भगत वहां अवैध शराब खोरी की बात को स्वीकार कर रहे हैं. लेकिन उनके पास इसकी कोई शिकायत नहीं आने बात की बात कह रहे हैं.
मंत्री भगत के इस बयान पर बीजेपी के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति शराब की संस्कृति नहीं है. जहां यह कार्यक्रम था वह प्रभु राम गमन का मार्ग रहा है. सरकार छत्तीसगढ़ को दारू संस्कृति की तरफ ले जा रही हैं. जब सरकार फेल होती है, तो वह प्रभु राम के शरण में जाती हैं. जब शराब की बात होती है, तो सत्यनारायण कथा की शरण में चली जाती है. इनकी कोई संस्कृति नहीं है.
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भाजपा के प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने कांग्रेस सरकार को शराबबंदी के वादों को याद दिलाते हुए कहा कि उनके घोषणापत्र में था कि वह शराबबंदी करेंगे पर ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार शराब को बंद करने के बजाय शराब को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है. मैनपाट महोत्सव में अवैध रूप से शराब दुकानों का संचालन इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है. जिसकी वजह से मैनपाट महोत्सव की स्थिति विवादित हो गई है.
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बता दें कि मैनपाट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2012 से ही मैनपाट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस साल भी 12 फरवरी से तीन दिवसीय आयोजन किया गया. इतने सालों में ये आयोजन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन पहली बार लाठीचार्ज जैसी घटना हुई और अब शराब खोरी पर मंत्री जी के विवादित बयान सामने आ रहे हैं. अब स्वाभाविक है कि विपक्ष सरकार को शराब के मुद्दे पर घेरने की कोशिश करेगी.