बिलासपुर। एक तरफ बिलासपुर शहर में जहां डायरिया डरा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर बिलासपुर शहर से लगे ग्राम परसदा में चिकन पॉक्स से गांव में हड़कंप मचा हुआ है. 50 के आसपास बच्चे इसकी चपेट में है. इससे गांव में दहशत का माहौल है. स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य अमला दवाईयां बांटकर खानापूर्ति कर रहा है.

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दरअसल,  शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर ग्राम परसदा के भरनी में बच्चों को चिकन पॉक्स ने अपनी चपेट में लिया है. गांव में चिकन पॉक्स फैलने से हड़कंप मचा हुआ है. गांव वालों के मुताबिक चार दिन पहले गांव के कुछ बच्चों में शुरुआती लक्षण दिखाई दिए. धीरे धीरे ये बीमारी पारा और आसपास के टोले में तेजी से फैल रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम के कुछ नुमाइंदे पहुंचकर गोलियां बांटी और फ़ोटो खींचकर चले गए.

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चेचक भले ही बीमारी है, लेकिन आज भी ग्रामीण डॉक्टरी इलाज की जगह झाड़फूंक में विश्वास करते हैं. यानि गांव में इस समय दवा और दुआ दोनों तरीके से इलाज चल रहा है. गांव वाले बताते हैं जिस घर में बच्चे चिकन पॉक्स से पीड़ित हैं, उन घरों में सुबह शाम पूजा पाठ करने के साथ मछली का भोग चढ़ाया जा रहा है, क्योंकि आज भी ग्रामीण इलाकों में चिकन पॉक्स को दैवीय प्रकोप माना जाता है.

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इधर गांव के सरपंच को दो दिन पहले गांव के लोगों से चिकन पॉक्स फैलने की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देने के साथ ही प्रशासनिक तौर पर तहसीलदार को जानकारी दी गई. सरपंच के मुताबिक गांव में 6 साल से लेकर 12 साल तक के बच्चे इसकी चपेट में हैं. पीड़ित बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. अब तक 50 के आसपास बच्चे इसकी चपेट में है. उधर तहसीलदार स्थिति को कंट्रोल में होने का दावा कर रहे हैं.

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बहरहाल, एक तरफ जहां शहर में डायरिया धीरे-धीरे पैर पसार रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण इलाके में चेचक फैलने से लोग दहशत में हैं. ऐसे इलाको में स्वास्थ्य विभाग की टीम कैम्प करने की बजाय गोली दवा बांटकर स्थिति को काबू में होने का दावा कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है. बेहतर होगा कि हालत बिगड़े उससे पहले स्वास्थ्य महकमा जरूरी इंतजाम कर ले.

चिकन पॉक्स हो जाए तो क्या करें?
  • जिस किसी को भी चिकनपॉक्स हुआ हो, उसे हाथों में मोजे पहनकर सोना चाहिए, जिससे की रात में अनजाने में खुजली करते समय दानों में खरोंच न लगे.
  • चिकनपॉक्स की खुजली से छुटकारा पाने के लिए नीम एक अच्छा विकल्प होता है.
  • स्नान करने के लिए, एक बाल्टी पानी में कुछ नीम के पत्ते डालें और फिर अपने ऊपर पानी डालें.
  • गर्म पानी में ओटमील मिलाकर भी चिकनपॉक्स की खुजली दूर कर सकते हैं.
  • इसके अलावा नमक का पानी चिकनपॉक्स में होने वाली खुजली मिटाने में बहुत मदद करता है.
  • अगर बहुत ज्यादा खुजली हो रही है और बिना खुजली किए आप रह नहीं सकते तो नीम के पेड़ छोटी टहनी से खुजली वाली जगह पर धीरे से ब्रश करें. इससे आपको राहत मिलेगी.
  • इसके बाद याद रखें कि ब्रश करने से पहले नीम की टहनियों को गर्म पानी से धो लें, ताकि आपको कोई नुकसान न पहुंचे.

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