रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय दौरे पर बस्तर पहुंचे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने बस्तर को 104 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी. इसके साथ ही नए तहसील बनाने की भी घोषणा की. बस्तर दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा दंतेश्वरी माता रानी की दर्शन कर जगदलपुर वापस पहुंचे. जहां शिक्षकों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुए.

इस दौरान उन्हें पुष्प वर्षा के साथ लड्डू से तौल कर स्वागत किया गया. साथ ही भूपेश है तो संभव है के नारे भी शिक्षकों द्वारा लगाई गई. उसके बाद मुख्यमंत्री बघेल ओबीसी समाज के सम्मेलन समारोह में पहुंचे. ओबीसी समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया.

इस दौरान पिछड़ा वर्ग के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से 27% आरक्षण और पेशा कानून लागू कर ग्राम सभा में सदस्यता की मांग की, जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सभी समाज के लोगों को यह समझाने की कोशिश.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कानून केंद्र सरकार ने बनाया है. यह यह कानून वर्षों से चलती आ रही है, अगर छत्तीसगढ़ की जनता को ऐसा लगे कि छत्तीसगढ़ सरकार अन्य राज्यों के मुकाबले उनकी उपेक्षा कर रही है, तो वह सरकार से अपनी मांग रख सकते हैं.

साथ ही सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जो सुविधा, जो कानून देश के अलग-अलग राज्यों वरन छत्तीसगढ़ से लगे अन्य राज्यों में लागू की गई है. वहीं छत्तीसगढ़ में लागू करने की बात वह यथावत रखने की बात कही है.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि देश की आबादी के अनुसार आरक्षण सभी को प्रदान किया गया है. अगर ओबीसी समाज को 27% आरक्षण चाहिए तो सबसे पहले समाज का सर्वे कर सदस्यता सूची पूरी कर लेनी चाहिए, जिसके बाद हाई कोर्ट में जाकर इससे संबंधित संपूर्ण दस्तावेज लेने के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

इसके अलावा सीएम भूपेश बघेल ने बस्तर और कांकेर जिले में निवासरत ओबीसी समाज के लोगों के लिए 50-50 लाख रुपए का भवन निर्माण करने की घोषणा मंच से की है.