रायपुर। हमारी सरकार गांधी के रास्ते पर चल रही है और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने वाले गोडसे और सावरकर की राह पर चल रहे हैं. देश विभाजन के लिए गांधी नहीं जिन्ना और सावरकर जिम्मेदार हैं. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांधी मैदान पर आयोजित कार्यक्रम ‘गांधी हमारे अभिमान’ में कही.

कार्यक्रम के दौरान मौजूद कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, उद्योग मंत्री कवासी लखमा सहित अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौन प्रदर्शन में शामिल हुए. ‘सबको सन्मति दे भगवान’ भजन के साथ शुरू हुए मौन प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी परंपरा में सभी शामिल होते हैं, दो दिन का धर्म संसद था, जिसमें धार्मिक बातें होती हैं, लेकिन आपत्तिजनक भाषा का विरोध किया गया. कालीचरण के पीछे क्या उद्देश्य था ये हमें नहीं पता.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसने गालीचरण को हिन्दुओं का नेता बनाया. आज रामनाम जपना पराया माल अपना. जमीन की सौदेबाजी चल रही है. बनारस मैं कल भी गया था, परसों फिर जाऊंगा. वहां कौन लोग गुजरात से आ रहे हैं. सब व्यापार करने वहीं आ रहे हैं. वहां के लोग कह रहे तो क्या हम लोग घूईयां छिलेंगे.

आरएसएस और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि ये कहते हैं मुसलमान को पाकिस्तान भेज दो और अखंड भारत का नक्शा बनाया है, जिसमें नेपाल और पाकिस्तान है. ये भेजने की बात करते हैं, फिर कहते है भारत मे मिला लो. ये गुमराह कर रहे हैं. आपको चुप नहीं रहना है. जो संदेश गलीचारण से अपने दिया है वो दूर तक जाना चाहिए, स्थायी रहना चाहिए. हम नेहरू और गांधी के समाज को खंडित नहीं होने देंगे. छत्तीसगढ़ की पुलिस बधाई की पात्र है, ऐसे व्यक्ति को पकड़कर कोर्ट में खड़ा कर दिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के विचार महात्मा गांधी से अलग थे, वैचारिक मतभेद थे, लेकिन रंगून से रेडियो के जरिए उन्होंने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा, और आज टटपुंजिए लोग उनको राष्ट्रपिता मानने से इंकार करते हैं. महापुरुषों ने महात्मा गांधी के बारे में क्या कहा वो महत्वपूर्ण है, टैगोर जी के खिलाफ बोलने वाले ये कौन होते हैं. आइंस्टीन ने गांधी जी को लेकर कहा था कि भविष्य की पीढ़ियों को यह बात यकीन करने में मुश्किल होगी कि हाड़-मांस का बना ऐसा व्यक्ति भी कोई था.

भूपेश बघेल ने कहा कि आज कुछ लोग हैं, जो समाज को घृणा से भर देना चाहते हैं. आज दुनिया में महामारी फैली है. ऐसे में सब को साथ रहने की जरूरत है न की आपस में लड़ने की. छत्तीसगढ़ सरकार गांधी के रास्ते पर चलते हुए किसान, मजदूर का भला कर रही है. भाजपा-आरएसएस ने कभी आजादी के आंदोलन में भाग नहीं लिया. कभी कोई समाज सुधार का कार्य नहीं किया.

उन्होंने कहा कि विभाजन को हवा देने वाला कोई है तो वो जिन्ना थे. सावरकर और जिन्ना दोनों नास्तिक थे, एक मुसलमान का नेता बन गया दूसरे को हिंदुओं का नेता बनाने की कोशिश है. महात्मा गांधी खुद को हिंदू मानते थे. राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व की जो बात कही वो यही है. राम के नाम पर मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बना. राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए कहा था कि मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से ही बनेगा.

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ईश्वर से अछूता कोई नहीं, हम सब उसी के अंश हैं, हम अहिंसा के राह पर चलते हैं. गांधी जी ने छत्तीसगढ़ के सुंदरलाल शर्मा को अपना गुरू कहा. गांधी जी ने सबसे बड़ा जो काम किया है वो है श्रम का सम्मान. मेहनत का सम्मान. कोरोना के संकट के दौर में आर्थिक मदद करने की जरूरत है न कि धर्म को लेकर लड़ाई करने की.

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