रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इंद्रावती भवन, नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री पेंशन दृष्टा सम्मान समारोह में शामिल हुए. फेडरेशन द्वारा पुरानी पेंशन योजना बहाली के निर्णय के लिए मुख्यमंत्री बघेल का अभिनंदन किया गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे ये जानकर प्रसन्नता हुई कि पुरानी पेंशन लागू होने से आप सभी में अपार उत्साह का संचार हुआ है. अब आपके भविष्य की चिंता खत्म हो गई है. विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने अपनी समस्याएं बताई हैं. सभी का निराकरण किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों को अंशदायी पेंशन योजना से जो कठिनाई आ रही थी. इसका मुझे अंदाजा था. सभी लोग सेवानिवृत्ति के बाद सम्मान से जीवन गुजारना चाहते हैं. किसी सरकार की ताकत अधिमारी-कर्मचारी होते हैं. आप चिंतित रहेंगे तो कार्य भी प्रभावित रहेगा, इसलिए ओल्ड पेंशन योजना लागू की गई ताकि आपका मनोबल ऊंचा बने रहे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी ने कोरोना में बहुत काम किया, इस महामारी में कई लोगों की जान भी गई फिर भी आप सभी डटे रहे और एकजुटता के साथ काम किया. इसका परिणाम रहा कि छत्तीसगढ़ के महामारी के दौरान प्रबंधन को देशभर में सराहा गया.

इस दौरान कोरोना की वजह से जिन लोगों की जान गई उनके परिवारों का भी हमने ध्यान रखा. ऐसे परिवारों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति की छूट की समय सीमा को खत्म किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कई राज्यों ने कोरोनाकाल में वेतन कटौती की, लेकिन हमारी सरकार ने वेतन नहीं काटा. मैंने अपने अधिकारियों से दो टूक कह दिया था कि वेतन से बिल्कुल भी कटौती नहीं होगी.

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा प्रदेश में नवीन पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है. इस निर्णय से प्रदेश के लगभग 3 लाख शासकीय सेवकों को लाभ मिलेगा. फेडरेशन द्वारा मुख्यमंत्री बघेल को पेंशन दृष्टा सम्मान से अलंकृत किया गया.

कार्यक्रम में उद्योग मंत्री कवासी लखमा, आयुक्त सी. आर. प्रसन्ना, एनआरडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवँ आयुक्त हाउसिंग बोर्ड डॉ.अय्याज तम्बोली, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कर्मचारी- अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा, फेडरेशन के पदाधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी गण भी उपस्थित थे.