वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। जिले के स्कूल में खसरे का खतरा बढ़ रहा है. खसरे से 14 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. यह मामला बिलासपुर के शासकीय प्राथमिक मुरुम खदान खमतराई स्कूल का है. खसरा फैलने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग और WHO के सदस्य मौके पर पहुंचे. टीम के सर्वे के दौरान 7 नए संक्रमित बच्चों की पहचान हुई. ये सभी बच्चे खांसी, नाक बहना, आंखों में जलन, गले में खराश, बुखार और त्वचा पर लाल चकत्ते से ग्रसित मिले. बच्चों का सैम्पल लेकर जांच के लिए जबलपुर भेजा गया है. इसके साथ ही जिले के सभी स्कूलों में अलर्ट जारी किया गया है.
जानिए क्या है खसरा
खसरा एक बेहद संक्रामक बीमारी है, जो ‘पैरामाइक्सोवायरस’ नाम के विषाणु के संक्रमण से फैलता है.
यदि खसरे से पीड़ित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो व्यक्ति के थूक के कणों में वायरस आ जाते हैं और हवा में फैल जाते हैं. ये किसी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं.
खसरे के लक्षण आमतौर पर दूसरे सप्ताह के भीतर आने शुरू हो जाते हैं. खसरे से पीड़ित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से भी खसरे का संक्रमण हो सकता है.
खसरे के लक्षण
बच्चों में इसके शुरुआती लक्षण हैं जुकाम, बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, आंखों में जलन, आंखें लाल होना.
पांच से सात दिनों के बाद शरीर पर लाल दाने निकल आते हैं. कई बार मुंह में सफेद दाग भी नजर आने लगते हैं.
खसरे का लक्षण दिखने पर क्या करें?
खसरे के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. ब्लड टेस्ट से रोग का पता चलने पर दवाई खाना शुरू करें.
घरेलू नुस्खों के झांसे में न आएं, क्योंकि इससे बीमारी बढ़ सकती है और निमोनिया हो सकता है.
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