दुर्ग। पुलिस के गले की फांस बनी खुड़मुड़ा हत्याकांड का गुरुवार को करीब 3 महीने बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस के खुलासे में जो बातें निकलकर सामने आईं हैं. उसने सबको हैरान कर दिया है. क्योंकि पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उसमें से एक आरोपी मृतक का बेटा है. बेटा वारदात के बाद से ही खुड़मुड़ा गांव में था. पुलिस ने उससे कई मर्तबा पूछताछ भी की है. नार्कों टेस्ट के बाद मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने बेटे समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आईजी ने किया खुड़मुड़ा का खुलासा
दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना इलाके के खुड़मुड़ा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या हुई थी. इसका खुलासा आईजी विवेकानंद सिन्हा, एसपी प्रशांत ठाकुर, एएसपी रोहित झा ने किया है. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि गंगाराम सोनकर को अपनी सवा एकड़ कृषि भूमि में आने-जाने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा था. उसने अपनी मां दुलारी बाई को बाडी से रास्ता दिए जाने की मांग की थी. लेकिन भाभी दुलारी बाई और भाई रोहित ने रास्ता देने से इंकार कर दिया था.
बेटे ने मां को दी थी मारने की धमकी
पूछताछ में ये भी बताया कि गंगाराम सोनकर के हिस्से की सवा एकड़ कृषि भूमि बड़े भाई सोमनाथ के नाम पर था. जिस कारण सोसायटी में धान बेचने के लिए ऋण पुस्तिका नहीं देने और खाता पृथक करने की बात को लेकर भी गंगाराम का विवाद उसके मां से होता था. जमीन का हिस्सा नहीं मिलना गंगाराम को इतना नागवार गुजरा कि उसने अपनी मां दुलारी बाई को जान से मारने की धमकी तक दे दी थी.
हत्या की वजह पारिवारिक जमीन विवाद
वारदात के बाद पुलिस ने घटना स्थल से फॉरेंसिक विशेषज्ञ की टीम की मदद से साबूत इकठ्ठा किया. जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई थी. मृतकों के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद महत्वपूर्ण चीजों को जब्त किया गया. आस-पास के लोगों से पूछताछ की गई. पुलिस को जांच के दौरान मूल कारण पारिवारिक जमीन विवाद मिला.
अहमदाबाद में वैज्ञानिक परीक्षण
जमीन विवाद सामने आने के बाद संदेहियों को हिरासत में लिया गया. अहमदाबाद के वैज्ञानिक परीक्षण गांधी नगर केन्द्रीय फॉरेंसिक लैब में सभी का नार्को टेस्ट कराया गया. जहां परीक्षण के दौरान महत्वपूर्ण तथ्य उजागर हुए. उन्हीं बिन्दुओं को आधार बनाते हुए संदेहियों से पूछताछ की गई.
नार्को टेस्ट में बाहर आया खुड़मुड़ा हत्या का राज
पुलिस ने बताया कि नार्को टेस्ट में हत्या का राज बाहर आया. गंगाराम सोनकर ने नरेश सोनकर, योगेश सोनकर उर्फ महाकाल और रोहित सोनकर उर्फ रोहित मोसा को अपने पाले में लिया. फिर वारदात को अंजाम देने के लिए अपने प्लान में शामिल किया. हालांकि पुलिस ने खुलासे में इस बात का जिक्र नहीं किया है कि आरोपियों ने हत्या की घटना को कैसे अंजाम दिया है.
बेटा समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने हत्या के आरोप में आरोपी योगेश सोनकर उर्फ महाकाल (34 वर्ष), नरेश सोनकर (49 वर्ष), बेटा गंगाराम सोनकर (35 वर्ष) और रोहित सोनकर उर्फ रोहित मोसा (35 वर्ष) को प्रथम दृष्टया अपराध सबूत पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया है. अभी प्रकरण विवेचनाधीन है.
खुड़मुड़ा में परिवार के 4 लोगों की हत्या
बता दें कि 21 दिसंबर 2020 में खुड़मुड़ा में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी. मुखिया बालाराम सोनकर, उसकी पत्नी दुलारी बाई, बेटा रोहित सोनकर और बहू कीर्तिन बाई खून से लथपथ मिले थे. बालाराम और रोहित का शव भी बाडी स्थित पानी टंकी से बरामद हुआ था. जबकि नाती दुर्गेश घायल अवस्था में मिला था.
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