दुर्ग. ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया ने देश की टॉप 50 सीए फर्मों की सूची जारी की है. इसमें दुर्ग की सीए फर्म लक्ष्मी तृप्ति एंड एसोसिएट्स को 36वां स्थान मिला है. छतीसगढ़ के इतिहास में पहली बार किसी फर्म ने इस लिस्ट में अपना स्थान बनाया है. ये फर्म सरकारी कंपनियों और निकायों का ऑडिट कर सकेगी.

साझेदार आनंद अग्रवाल ने बताया कि यह रैंकिंग सीए फर्म की आयु, साझेदारों की संख्या, फर्म से उनके लंबे जुड़ाव, उनके कर्मचारियों की संख्या, फर्म के टर्नओवर, उनके द्वारा किए कार्य और साझेदारों और सहयोगियों के अतिरिक्त क्वॉलिफिकेशन के आधार पर बनाई जाती है. साझेदार सुनील अग्रवाल के अनुसार ऐसी ही लिस्ट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा बैंक ऑडिट के लिए बनाई जाती है, जिसमें इसी फर्म को 2020 में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था.

फर्म के साझेदार राजेश गुप्ता ने बताया कि, लक्ष्मी तृप्ति एंड एसोसिएट्स की स्थापना जुलाई 1998 में दुर्ग के चार्टेर्ड अकाउंटेंट एल एन अग्रवाल द्वारा की गई थी. 2010 तक यह फर्म एक मंझेले स्तर की फर्म थी. उसके बाद इस फर्म का विस्तार किया गया. फर्म का कॉर्पोरेट ऑफिस आज भी पद्मनाभपुर दुर्ग में है. परंतु व्यापक दृष्टिकोण को अपनाते हुए इसका पंजीकृत ऑफिस मुंबई शिफ्ट किया गया. इस फर्म में वर्तमान में 26 साझेदार 10 सीए, कर्मचारी सहित लगभग 200 लोगों का स्टाफ देश के 20 शाखाओं में कार्यरत हैं. फर्म की शाखाएं मुंबई, दिल्ली, रायपुर, बिलासपुर, जबलपुर, लखनऊ, जमशेदपुर, गुवाहाटी, सूरत, उदयपुर, नोएडा, भोपाल, चंडीगढ़, चांपा, मनेंद्रगढ़, भरतपुर और नवादा में है. फर्म के 12 साझेदार छत्तीसगढ़ से हैं, जिनमें दुर्ग से एलएन अग्रवाल, राजेश गुप्ता, सुनील अग्रवाल, ललित तापड़िया, यश पारख, गौरव अग्रवाल रायपुर से अजय चंद्राकर, शशिकांत चंद्राकर बिलासपुर से आनंद अग्रवाल, अनिल कुमार चांपा से अभय पालीवाल एवं मनेंद्रगढ़ से आकाश अग्रवाल शामिल हैं.