महासमुंद। क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अवैध महुआ शराब उत्पादन और बिक्री से न केवल नशाखोरी बढ़ रही है, बल्कि इसका दुष्प्रभाव, खासकर युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है, जिससे समाज में झगड़े और अपराध बढ़ रहे हैं, जिसके कारण क्षेत्रवासी परेशान हैं और नशे की लत का शिकार हो रहे हैं. वहीं आज के युवा पीढ़ियों और सभ्य समाज को बचाने बड़गांव में महाबैठका आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बलौदाबाजार जिले के बया चौकी कसडोल क्षेत्र पर पिथौरा क्षेत्र के लगभग 19 गांव के पंचायत प्रतिनिधियों विभिन्न समाजों के प्रमुखों की विशाल महाबैठका में शामिल होंगे. अवैध शराब को नियंत्रित कर शराबखोरी के आगोश में बिगड़ते युवा पीढ़ियों को बचाने के लिए महापंचायत की जा रही है. अवैध शराब निर्माण करने वाले और शराब विक्रय कर लगातार समाज में जहर परोस रहे शराब दलालों और कोचियों की टोली में हड़कंप मची हुई है.

बड़गांव में आयोजित आज की महाबैठका में मुख्य रूप से बड़गांव, जम्हर, ढेबा, ढेबी, अकलतरा, खुसरुपाली, कोकोभांठा, राजाडेरा, छिबर्रा, कोचर्रा,आमगांव, देवगांव,चरौदा सहित लगभग कुल 19 ग्राम पंचायतों के समाज प्रमुखों पंचायत प्रतिनिधियों सहित सामाजिक जन उपस्थित हैं. जिसमें आसपास के क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण और विक्रय के नियंत्रण को लेकर महामंथन करने के साथ-साथ अवैध शराब निर्माण और विक्रय को नियंत्रित करने रूपरेखा तैयार किया जा रहा है.

बता दें कि क्षेत्र में कई दिनों से चर्चित इस महाबैठका का गुंज पिथौरा और बया चौकी क्षेत्र के साथ छत्तीसगढ़ सरकार तक भी गुंजेगी. अब देखना होगा की इतनी अधिक संख्या में विभिन्न ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों समाज प्रमुखों की एक साथ संयुक्त रूप से होने वाली इस महाबैठका में अवैध शराब निर्माण और विक्रय पर किस हद तक नियंत्रण करने के लिए नियम बनाए जाते हैं. अवैध शराब निर्माण और विक्रय को नियंत्रित करने में नाकाम हो रहे आबकारी विभाग की कार्यशैली भी इन दिनों जगह-जगह चर्चा है.