रायपुर. पिछले दो-तीन दिनों से देश के कई राज्यों में नंदी की मूर्ति के दूध पीने की अफवाह फैल रही है. मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बाद अफवाह की आग अब छत्तीसगढ़ में भी आ गई है. अंबिकापुर और कोरिया में भी नंदी को लोग चम्मच से दूध पिलाने की बात कह रहे हैं. अंबिकापुर शहर के गांधीनगर स्थित गौरी शंकर मंदिर और कोरिया जिले के कोरिया कालरी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में लोगों की भीड़ दिख रही है. इसको लेकर एंटी सुपरस्टीशन ऑर्गेनाइजेशन (एएसओ) के अध्यक्ष और मनोवैज्ञानिक टिकेश कुमार ने कहा कि यह आस्था के नाम पर अंधविश्वास है. कोई मूर्ति दूध नहीं पीती है, जब लोग चम्मच से मूर्ति को दूध पिलाते हैं तो गर्म हवा से सरफेस टेंशन की वजह से सुख जाता है.

टिकेश कुमार ने कहा कि नंदी चम्मच से दूध पी रहे हैं ऐसे बहुत सी जगह से सुनने में आ रही है. लोगों की बहुत बड़ी भीड़ लगी है. अभी शिवरात्रि के पर्व में शिव मंदिर में भीड़ लगी थी, इसमें कुछ लोग नंदी के मूर्ति को दूध पिलाना शुरू किया तो लोगों को लगा कि वह दूध पी रहा है, लेकिन यह आस्था के नाम पर अंधविश्वास है. इसी प्रकार 21 सितंबर 1995 में गणेश की मूर्ति के दूध पीने की अफवाह फैली थी. गणेश की प्रतिमाएं को चम्मच से दूध पिलाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी.

मनोवैज्ञानिक टिकेश कुमार

मनोवैज्ञानिक कुमार ने कहा कि लोग यह नहीं समझ पाते कि क्या कोई निर्जीव मूर्ति दूध या पानी पी पाएंगे? प्रतिमाओं के दूध सूखने का कारण गर्म हवा से सरफेस टेंशन है. आप देखेंगे इट या पक्की के दीवार भी इस मौसम में पानी या तरल पदार्थ सोखने लगता है. गर्मी के बढ़ने के कारण मूर्तियों में वैक्यूम पोर्स या सकिंग पोर्स सक्रिय हो जाते हैं, जिससे मूर्ति तरल पदार्थ को सोख लेती है.

इसे भी पढ़ें – कोई जादू-टोना नहीं होता, सिद्ध करने वाले को मिलेगा 10 लाख इनाम – मनोवैज्ञानिक टिकेश

यहां उड़ रही अफवाह

बता दें कि अंबिकापुर शहर के गांधीनगर स्थित गौरी शंकर मंदिर और कोरिया के कोरिया कालरी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में शिवलिंग की प्रतिमा के समक्ष बनी नंदी की मूर्ति को लोग दूध पिलाने का दावा कर रहे हैं. लोग चम्मच और कटोरी से नंदी के मुंह के पास दूध लगा रहे हैं. यह भीड़ लगातार बढ़ रही है. हर कोई नंदी को दूध पिलाने की कोशिश कर रहे हैं.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक