प्रतीक चौहान. रायपुर. आरपीएफ पोस्ट रायपुर में अब से कुछ दिनों पहले तक पार्किंग में खड़ी गाड़ी पर कोर्ट में कार्रवाई का हवाला देते हुए 500-500 रुपए वसूले जाते थे. जबकि इस पैसे के एवज में कोई रसीद नहीं दी जाती थी, इतना ही नहीं ये जुर्माने लेने का अधिकार कोर्ट के पास है. लेकिन अब ये खेल रायपुर में लल्लूराम डॉट कॉम की खबर के बाद बंद हो गया.
लेकिन ऐसे ही एक मामले में आरपीएफ की इंटरनल विजिलेंस ग्रुप (आईवीजी) की टीम ने रायपुर रेल मंडल के दुर्ग आरपीएफ पोस्ट में पदस्थ एक सब इंस्पेक्टर पर की. जिसके बाद उक्त सब इंस्पेक्टर को रायपुर डीएससी ऑफिस में अटैच कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक उक्त सब इंस्पेक्टर ने मुचलके के नाम पर किन्नर से 2300 रुपए लिए थे. जबकि आईजी का ये सख्त निर्देश है कि मुचलके की कोई भी राशि लेने का अधिकार आरपीएफ को नहीं है, इसलिए ये राशि न ले और आरपीएफ आरोपी को रेलवे कोर्ट में पेश कर अपनी कार्रवाई पूरी करें.
कबाड़ी को बचा लिया आरपीएफ के बड़े साहब ने ?
सूत्र बताते है कि आईवीजी की टीम आरपीएफ के बीएमवॉय पोस्ट जांच के संबंध में पिछले दिनों पहुंची थी. जहां से शिकायत मिली थी कि वहां फैनसिंग पोल का लोहा चोरी कर बेचा जा रहा है. इस मामले में आरपीएफ ने खानापूर्ति कार्रवाई करते हुए एक बड़े कबाड़ी समेत कुछ लोगों को बचा लिया. हालांकि इस मामले में आईवीजी की टीम ने जांच के बाद क्या रिपोर्ट सौंपी है ये स्पष्ट नहीं है. लेकिन बीएमवॉय पोस्ट में चोरी और मामले को दबाए जाने का कोई मामला नया नहीं है. वहीं यहां के इतिहास पर यदि नजर डाला जाए तो गिने चुने ही ऐसे इंस्पेक्टर है जो यहां अपने 3 साल का टेनयोर पूरा कर पाते है. हालांकि इस चोरी और जांच के मामले में तमाम आरपीएफ अधिकारियों की नजर टिकी हुई है.
सूत्र बताते है कि भिलाई और बीएमवॉय में इन दिनों ट्रांसफार्मर भी चोरी होने लगे है. अब तक 3 ट्रासफार्मर के चोरी होने की खबर है. फिलहाल निगाहे आईवीजी टीम की रिपोर्ट पर टिकी हुई है, जिसके बाद कुछ आरपीएफ अधिकारी/कर्मचारी पर कार्रवाई संभव है. वहीं बड़े रिसीवर का क्या होगा, ये भी रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगा.