पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। जनपद पंचायत गरियाबंद में बिना प्रस्ताव एवं अनुमोदन के लाखों रुपए की स्वीकृति प्रदान करने का मामला सामने आया है. नाराज जनपद सदस्यों ने उपाध्यक्ष की अगुवाई में मामले की शिकायत जिला सीईओ और कलेक्टर से की है.

जनपद पंचायत उपाध्यक्ष प्रवीण यादव के मुताबिक, अध्यक्ष लालिमा ठाकुर ने सामान्य सभा की बैठक में बिना प्रस्ताव और अनुमोदन के 65 लाख रुपए चुनिंदा पंचायतों को जारी कर दिया है, जिसमे 40 लाख रुपए 13वें वित्त और 25 लाख रुपए स्वच्छता पुरस्कार में मिली राशि के शामिल है. नाराज जनपद सदस्यों ने ज्ञापन सौंपकर राशि की रिकवरी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

ऐसा ही मामला कुछ दिन पहले फिंगेश्वर जनपद पंचायत में सामने आया था, जहां नाराज जनपद सदस्यों ने सीईओ और अध्यक्ष पर 70 लाख से अधिक की रकम बिना प्रस्ताव और अनुमोदन के जारी करने का आरोप लगाया था. फिंगेश्वर और गरियाबंद के मामलों में एक बात ओर कॉमन है. दोनों ही जनपद पंचायतों में जब ये गड़बड़ियां हुई उस समय केके डहरिया सीईओ थे. हालांकि, जिला पंचायत सीईओ ने दोनों ही मामलों में जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है.