बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार को साइकिल से सब्जी बेचने निकले 40 वर्षीय दशरथ पटेल की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. दशरथ के यूं अचानक चले जाने से एक बच्चा और 3 बच्चियों के सिर से पिता का साया उठ गया था. पिता की मौत के बाद उनके पास कफन तक के लिए पैसे नहीं थे. ऐसे में लल्लूराम डॉट कॉम ने मुहिम चलाया था कि जिस किसी को भी इनकी मदद करनी है, वो स्वेच्छा से कर सकते है. जिसके बाद पुलिस, व्यापारी, संस्था और अधिकारी ना केवल आगे आए, बल्कि उनकी मदद के लिए पैसे भी दिए.

मुहिम लाई रंग

लल्लूराम डॉट कॉम की अपील के बाद बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल के नेतृव में पुलिस परिवार की तरफ से 10 हजार की आर्थिक सहायता राशि मृतक के परिवार को दी गई है. तहसीलदार की तरफ से भी 10 हजार की सहायता राशि दी गई. इसके अलावा विदर्भ फाउंडेशन सामाजिक संस्था ने भी पीड़ित परिवार के खेत में बोर वेल लगाने सहित राशन देने की बात कही है. नया गोदाम ट्रक मालिक संघ और मजदूर संघ ने 5100 रुपए की सहायता प्रदान की है.

तेरहवीं और पढ़ाई का खर्च उठाएंगे टीआई

इसके साथ ही कोनी थाना प्रभारी रविंद्र यादव ने मानवता का परिचय देते हुए पीड़ित परिवार को तेरहवीं के कार्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी ली है. इसके अलावा मृतक के सभी बच्चों की पढ़ाई में मदद करने की बात कही है. कोनी टीआई के माध्यम से अभी भी लोग पीड़ित परिवार की मदद के लिए लगातार फोन कर आगे आ रहे हैं. यदि आप भी मदद करना चाहते हैं, तो इस पीड़ित परिवार की मदद कर सकते हैं.

4 बच्चों को छोड़ गए पिता

बता दें कि कोनी थाना इलाके के कछार गांव निवासी 40 वर्षीय दशरथ पटेल मंडी में सब्जी बेचने का काम करता था. उसके परिवार में पत्नी, 3 बेटी और 1 बेटा है. सबसे बड़ी बेटी की उम्र 16 वर्ष है. सबसे छोटे बेटे की उम्र 5 साल है. जिनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गई थी.

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