ग्रामीण अंचल की महिलाएं बुधवार सुबह खुटाघाट डेम के बड़े नहर के गेट के पास में मछली मारने के लिए पहुंची थी.
मछली मारने के दौरान एक मगरमच्छ का बच्चा उनकी जाली में फंस गया. जिससे वे भयभीत हो गई. इसकी जानकारी लगते ही पर्यटकों भीड़ मगरमच्छ देखने के लिए उमड़ पड़ी. गांव के ग्रामीणों के साथ गार्ड और आसपास के दुकानदारों की मदद से मगरमच्छ के बच्चे को खुटाघाट डेम में सुरक्षित छोड़ दिया गया.
गांव के ग्रामीण नंदलाल धीवर, चरण सिंह, जगत राम पटेल, प्रेम सिंह, दुर्गा यादव एवं परमेश्वर मरावी के साथ गार्ड और आसपास के दुकानदारों के द्वारा मगरमच्छ के बच्चें को सुरक्षित खुटाघाट डेम में छोड़ा गया.