शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी रायपुर के एक स्टील कारोबारी से करोड़ों की धोखाधड़ी हो गई है. मुंबई की कंपनी ने कारोबारी से करीब 4 करोड़ रुपए का सरिया खरीदा, लेकिन इसका भुगतान नहीं किया गया. कई बार सूचित करने के बाद भी लंबे समय तक भुगतान नहीं किया. इसके बाद आर.के.एस.के स्टील इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रंबंधक ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है. प्रबंधक ने बताया कि साल 2017 में सरिया लेकर अब तक भुगतान नहीं किया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद अब पुलिस मुंबई जाएगी. यह पूरा मामला आमानाका थाना क्षेत्र का है.

जानकारी के मुताबिक, श्रीराम कंपनी के संचालकों द्वारा परचेस ऑर्डर के आधार पर 1024 मीट्रिक टन सरिया खरीदकर 90 दिनों के अंदर भुगतान करने का आश्वासन दिया था. लेकिन 90 दिनों के अंदर भुगतान नहीं किया गया. साथ ही पैसों की मांग करने पर कहा जाता था की अभी पैसा दूसरे व्यापार में लगा दिया है. हालात अच्छे नहीं है. कुछ समय बाद धीरे-धीरे करके भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन भुगतान नहीं किया गया टाल-मटोल किया जाता रहा. इसके बाद भुगतान नहीं करेंगे जो करना है कर लो कहा गया था. प्रार्थी का दावा है कि उसके पास (1) अकाउंट स्टेटमेंट (2) बिल की कापी (3) बिल्टी की कापी (4) मेल की कापी (5) सौदा पत्रक की कापी का प्रमाण है.

आमानाका थाना पुलिस ने बताया कि साल 2017 में रायपुर के आर.के.एस.के स्टील इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से मुंबई की श्रीराम अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों ने करीब 1 हजार 24 मीट्रिक टन सरिया खरीदा था. जिसके बाद कंपनी द्वारा 434 मीट्रिक टन लोहे का भुगतान किया गया. बाकी शेष 590 मीट्रिक टन सरिया का भुगतान नहीं किया गया है. जिसकी कुल कीमत 3 करोड़ 97 लाख 77 हजार रुपए है.

आर.के.एस.के प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक के शिकायत पर थाना आमानाका में मुंबई की श्रीराम इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के 4 संचालक जिनका नाम विकास शुम्भूकुमार, शंकरलाल कासिलिवाल, शक्तिप्रदा बनर्जी एवं रुद्रनारायण झा के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420 और 34 के तहत अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है. इस मामले में आरोपियों की तलाश के लिए जल्द ही रायपुर से टीम मुंबई रवाना की जाएगी.

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