फूड इंस्पेक्टर की परीक्षा देने आये छात्र की दूसरे परीक्षार्थियों की मोबाईल देख कर नियत डोल गयी. दो मोबाईल दो बैगों से निकाल कर वह रफूचक्कर हो गया. पर उसकी यह हरकत सीसीटीवी में कैद हो गयी जिसके बाद वह पुलिस के हाथ लग गया औऱ उसे मोबाईल वापस करना पड़ा.
मामले में मिली जानकारी के अनुसार व्यापम द्वारा आयोजित फूड इंस्पेक्टर की परीक्षा रविवार को अयोजित की गई थी. परीक्षा के लिये बिलासपुर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र के तिलक नगर सरस्वती शिशु मंदिर को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था. यहां परीक्षा देने कड़ार निवासी छात्रा आयुषी दुबे व तिल्दा निवासी छात्र लोकेश वर्मा आये हुए थे. लोकेश मंगला चौक में रह कर कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करता है.
एग्जाम सेंटर में पहुंच कर सभी छात्रों को एडमिट कार्ड,आधार कार्ड व पेन के अलावा अपने साथ लायी गयी अन्य सामग्री को स्टोर रूम में रखने के निर्देश दिए गए,तब सभी छात्रो की तरह आयुषी दुबे व लोकेश वर्मा ने भी अपने बैग स्टोर रूम में रख कर परीक्षा हॉल चले गए. दोनो के बैग में मोबाईल भी रखे हुए थे.
जब तीन घण्टे की परीक्षा दिला कर दोनो निकले तब स्टोर रूम में जाकर अपने बैग चेक करने पर दोनो को अपने मोबाईल गायब मिला. उन्होंने इसकी शिकायत केन्द्राध्यक्ष से की. केन्द्राध्यक्ष ने स्टोर रूम में लगे सीसीटीवी कैमरो का निरीक्षण किया तब उसमें एक लड़का बारी बारी से दो बैगों से मोबाईल निकालता दिख गया. सीसीटीवी में दिखे युवक के चेहरे का मिलान परीक्षा दिलाने के दौरान एडमिट कार्ड हाथ मे लेकर खिंचे गए फ़ोटो से किया गया.
मिलान करने पर युवक की पहचान हितेश कुमार श्रीवास पिता हेतराम श्रीवास के रूप में हुई. उसके एडमिट कार्ड में पता कटगी,बलौदाबाजार दर्ज था. दोनो परीक्षार्थी सीसीटीवी
के साथ जारी जानकारी लेकर सिविल लाईन थाना पहुंचे. जहां पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करने की बात कही. जिस पर दोनो परीक्षार्थीयो ने एफआईआर दर्ज न करने व सिर्फ मोबाईल वापस दिलवाने की बात की.
परीक्षार्थियों को किसी तरह बलौदाबाजार एसपी दीपक कुमार झा का नम्बर मिला. चूंकि चोरी करने वाला छात्र बलौदाबाजार के कटगी गांव का रहने वाला था अतः पीड़ित परीक्षार्थियों ने बलौदाबाजार एसपी दीपक कुमार झा को अपनी समस्या बताई. साथ ही छात्रो ने सिर्फ मोबाईल दिलवाने व एफआईआर दर्ज नही करवाने का आग्रह किया.
परीक्षार्थियों की समस्या को एसएसपी दीपक कुमार झा ने गम्भीरता से लिया और अपने मातहतों को निर्देश देकर शिकायत मिलने के दो घण्टो में ही कटगी गांव में दबिश दिलवा कर चोरी करने वाले छात्र को पकड़ कर मोबाइल बरामद करवा दिया. मोबाईल चुराने वाले छात्र ने पुलिस को बताया कि मोबाईल देख कर उसकी नियत बिगड़ गयी थी,और उसने बैग में मोबाईल रखते हुए दोनो परीक्षार्थियों को देख लिया था, इसलिए पेपर खत्म होने पर जल्दी से निकल कर दोनो मोबाईल चोरी कर लिए. चूंकि परीक्षार्थी एफआईआर दर्ज नहीं करवाना चाहते थे अतः मोबाईल दोनो छात्रो को वापस करवाते हुए चोरी करने वाले छात्र को भविष्य में एसा न करने की ताकीद देकर छोड़ दिया गया.