रोहित कश्यप,मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में मानसी होंडा के नाम से बाइक शोरूम है. जो पिछले ढाई साल से बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के संचालित किया जा रहा है. इसकी सूचना विभाग को पहले से ही थी और चार बार नोटिस भी भेजा गया. लेकिन ताजुब्ब की बात यह है कि नोटिस भेजने के बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं की गई. इसी का फायदा उठाकर बाइक डीलर्स नियमों को ताक पर रख शोरूम का संचालन जारी रखा है.

जानकारी के मुताबिक मानसी होंडा शोरूम का संचालन बिलासपुर से हो रहा है, जो कि बिल्कुल गलत है. ट्रेड सर्टिफिकेट के लिए अधिकृत प्रमाण पत्र की जरूरत होती है. जिसके बाद डीलर परिवहन विभाग में आवेदन प्रस्तुत कर ट्रेड सर्टिफिकेट जारी करता है. लेकिन अधिकृत प्रमाण पत्र नहीं देने की वजह से अब तक मानसी होण्डा को ट्रेड लाइसेंस जारी नहीं किया गया है. उसके बावजूद बेखौफ बेधड़क बाइक की सेलिंग हो रही है.

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एक और ब्रांच संदेह के दायरे में

परिवहन विभाग के अधिकारी अमित प्रकाश कश्यप ने बताया कि ढाई साल से शो रूम को नोटिस दिया गया है, लेकिन अधिकृत प्रमाण पत्र नहीं देने से ट्रेड सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जा सका है. इसकी एक और ब्रांच लोरमी में मानसी होंडा के नाम से है. यहां ट्रेड लाइसेंस तो दिया गया है, लेकिन वो भी संदेह के दायरे में है.

फिर भेजा गया नोटिस

विभागीय अधिकारी का कहना है कि बिलासपुर शो रूम से एग्रीमेंट के आधार पर 7 वर्ष पूर्व लाइसेंस जारी किया गया था. जबकि लाइसेंस के लिए अधिकृत प्रमाण पत्र अब तक नहीं दिया गया है. जिला परिवहन अधिकारी अमित प्रकाश कश्यप ने शोरूम संचालक को नोटिस जारी कर 3 दिवस के भीतर उचित जवाब नहीं आने पर कार्रवाई करने की बात कही है.

उठ रहे सवाल

ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि हजारों बाइक का विक्रय बगैर ट्रेड लाइसेंस के कैसे कर दिया गया. कितनी बाइक यहां से विक्रय की गई उसका लेखा जोखा है क्या ? अब तक किसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? इसकी जानकारी परिवहन विभाग में होने के बाद भी पंजीयन कैसे हो जा रहा था ? यदि मामले में अच्छे से जांच की गई, तो बड़ा खुलासा के साथ बड़ी कार्रवाई भी परिवहन विभाग कर सकता है.