रायपुर. एंटी सुपरस्टीशन ऑर्गेनाइजेशन (एएसओ) की ओर से दो दिवसीय अंधविश्वास उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन नवा रायपुर स्थित ग्राम बिरबिरा में हुआ. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता लेखक प्रो. मछिन्द्रनाथ मुंडे और महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की राज्य सचिव सुशीला मुंडे शामिल हुए. प्रो. मुंडे ने ने बताया कि ढोंगी बाबा किस तरह भोले-भाले जनता को अपने जाल में फंसाते हैं. उन्होंने कहा कि पाखंडी बाबा सिर्फ अपनी जेब भरने वाले होते हैं. इसकी करनी और कथनी में अंतर है. इन बाबाओं से बचने की जरूरत है और लोगों को समझाने की आवश्यकता है. तभी एक अच्छे समाज की कल्पना कर सकते हैं.

कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार को सुशीला मुंडे ने पृथ्वी की उत्पत्ति और जीव-जंतुओं का विकास के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि 460 करोड़ साल पहले पृथ्वी उत्पत्ति हुई. फिर धीरे-धीरे जीव-जंतुओं का विकास होता गया. इसके बाद 40 हजार वर्ष पहले आधुनिक मानव होमो सोपियन आया. आज लोग अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं फिर भी अंधविश्वास की चंगुल से नहीं छूट पाए. सुशीला ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लिए शिक्षा में बदलाव बहुत ही जरूरी है. तार्किक बातों की शिक्षा में शामिल करने से ही समाज में बदलाव होगा. वहीं परिवार और अपने आस-पास में भी तमाम रूढ़िवाद का पूरजोर विरोध करना होगा.

चमत्कारों का पर्दाफाश

प्रो. मुंडे ने ढोंगी बाबाओं द्वारा दिखाए जाने वाले चमत्कारों का पर्दाफाश किया. उन्होंने खाली हाथों को लहराते हुए नोटों की बारिश की. प्रो. मुंडे ने बताया कि ढोंगी बाबा ऐसे ही चमत्कार के फेर में लोगों को फंसाता है. प्रो. मुंडे ने कहा कि पाखंडी बाबा कई चमत्कार दिखाने का दावा करते हैं, लेकिन असलियत में यह नहीं होता है. बल्कि आपको गुमराह करने की कोशिश होती है. इसको हमें समझने की सख्त जरूरत है. क्योंकि आज तक दुनिया में कोई मरा हुआ व्यक्ति को जीवित नहीं कर सका है. उन्होंने कहा कि कोई पाखंडी बाबा चमत्कार नहीं करते बल्कि, भक्तों को वह काम देते हैं. इन बाबाओं से बचने के लिए पहले समूह पर चर्चा करने की आवश्यकता है. इसके अलावा पुलिस और प्रशासन आदि को ध्यानाकर्षण कराने की जरूरत होती है. उन्होंने बाबागिरी का मुकाबला कैसे करें इसके बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि हमें पहले तो स्वास्थ्य, कानून और काउंसलिंग पर जोर देने की आवश्यकता है. उन्होंने ये भी कहा कि कई पाखंडी बाबाओं के पास बचने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप होता है. इसको सोशल मीडिया में वायरल कर पर्दाफाश करना होगा.

राशिफल और ज्योतिष शास्त्र पूरी तरह असत्य

प्रो. मुंडे ने राशिफल और ज्योतिष शास्त्र को पूरी तरह से असत्य बताया. उन्होंने कहा कि ज्योतिष कमाई के लिए ग्रह-नक्षत्रों का सहारा लेते हैं और गलत जानकारियां लोगों तक पहुंचाते हैं, जिसका विरोध किया जाना चाहिए. प्रो. मुंडे ने हाथों की सफाई से एक चम्मच को मोड़ते हुए नीचे गिरा दिया. इसी तरह कैलेंडर में शॉर्टकट से गुणा-भाग करने का तरीका बताया. इसके अलावा उन्होंने ज्योतिष गणना खेल का पर्दाफाश किया. प्रो. मुंडे ने बेल्ट से एक उंगली में लोहे को उठाकर सब को दिखाया कि किस प्रकार पाखंडी बाबा लोगों को बेवकूफ बनाते हैं. उन्होंने बिना माचिस के नारियल पर आग लगाकर दिखाया. साथ ही नारियल के अंदर से रंगीन कपड़ों के टुकड़े को निकाल कर दिखाया. प्रो. मुंडे ने पानी से दिया जलाकर सबको चौंका दिया. दरअसल पानी में केमिकल मिलाकर उसमें आग लगाई गई. साथ ही पानी से चना बना कर सबको चौंका दिया.

मन की बीमारियों के बारे में विस्तार दी जानकारी

प्रो. मुंडे ने मन और मन की बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिमाग में रासायनिक परिवर्तन की वजह से मानसिक बीमारी होती है. लोग अज्ञानतावश मन की बीमारी को ठीक कराने के लिए तांत्रिक का सहारा लेते हैं. प्रो. मुंडे ने लोगों से अपील की है कि मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को झाड़-फूंक न कराएं, उन्हें मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक के पास इलाज के लिए ले जाएं. प्रो. मुंडे ने कहा आग खाकर और कलाई पर आग का मशाल को चलाकर दिखाया. वहीं खाली लोटे से पानी निकालकर दर्शकों को चकित कर दिया. साथ ही नींबू से आग निकालकर भी दिखाया. उन्होंने बताया कि इस प्रकार के चमत्कार दिखाकर ढोंगी तांत्रिक ठगने का काम करता है.

बाबागिरी और पाखंड की खुली पोल

सुशीला मुंडे ने बाबागिरी और पाखंड की पोल खोली. उन्होंने बताया कि देश में चमत्कारी बाबा, आध्यात्मिक बाबा, अवतारी बाबा, जड़ी-बूटी बाबा और ज्योतिष बाबा कहकर ढोंगी तांत्रिक लगातर जनता को अपने जाल में फंसा रहे हैं. भय और अशिक्षा की वजह से लोग फरेबी तांत्रिकों के फेर में फंस जाते हैं. स्वर्ग-नरक की काल्पनिक बातों में ढोंगी बाबा जनता को उलझा देता है. उन्होंने चमत्कारों की भुल-भुलैया में न फंसने की अपील की है.

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युवाओं से बेहतर समाज बनाने की अपील

कार्यक्रम का समापन बुधवार को हुआ. सुशीला मुंडे ने संगठन निर्माण और पदाधिकारियों की भूमिका को लेकर जानकारियां साझा की. उन्होंने अंधविश्वास को मिटाने के लिए युवाओं से एंटी सुपरस्टेशन आर्गेनाइजेशन के जरिए स्वच्छ समाज बनाने के लिए आह्वान किया. कार्यक्रम के समापन अवसर पर एएसओ के उपाध्यक्ष गौरव प्रसाद ने आभार व्यक्त किया.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में एएसओ के अध्यक्ष टिकेश  कुमार, उपाध्यक्ष गौरव प्रसाद, कोषाध्यक्ष राजू कुमार, सचिव जितेंद्र, मीडिया सलाहकार वाकेश कुमार, सांगठनिक सलाहकार गनपत लाल, मोती लाल, अनुसुइया, सत्तू राम, शिव साहू, भूखेंद्र, मोहन साहू, तोमन साहू, रोशन साहू, लिक्कू साहू, हीरा लाल, ताराचंद साहू, टोमेश तारक, सोमनाथ सेन, हरिश चन्द्र साहू और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.

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