मनेंद्र पटेल, दुर्ग। सूखे नशे का अवैध कारोबार करने वाले एक परिवार के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. मोहन नगर थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच ने करीब 40 लाख रुपये की अवैध संपत्ति को फ्रिज कर नीलामी को तैयारी कर रही है. इसके लिए अवैध व्यापार से अर्जित की गई संपत्ति को कुर्क करने सफेमा कोर्ट मुम्बई को पत्र लिखा गया था. आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर संपत्ति फ्रीज कर दी गई है.

पुलिस को सूचना मिली थी कि तितुरडीह निवासी सुमन बारले और उसका परिवार किराये के मकान से मादक पदार्थों का कारोबार कर रहा है. सूचना के आधार पर जब छापेमारी की गई, तो मौके से सुमन बारले, उसका पति शैलेन्द्र पाण्डेय और बहन को गिरफ्तार किया गया. तलाशी में करीब 17 किलो गांजा बरामद हुआ, जो सेलोटेप में लपेटा हुआ था. साथ ही, ₹68,200 नकद भी जब्त किए गए.

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सुमन बारले का पूरा परिवार उसके पिता संतोष बारले, दादी रामबाई बारले, बहन दीपाली बारले और नाबालिग भाई पिछले कई वर्षों से नशे का अवैध धंधा कर रहे थे. इस अवैध व्यापार से उन्होंने मोटरसाइकिल, सोने-चांदी के गहने और तितुरडीह में जमीन खरीदी थी, जहां मकान निर्माण भी कराया जा रहा था. आरोपियों के खिलाफ धारा 20(ख), 27(क) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

इसके अलावा संपत्ति की जांच में पता चला कि सभी सामान अवैध मादक पदार्थों की बिक्री से अर्जित धन से खरीदे गए हैं. इस मामले में पुलिस ने सफेमा कोर्ट, मुंबई को रिपोर्ट भेजी थी. अदालत ने सभी आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा, लेकिन कोई सफाई नहीं दी गई.

इसके बाद कोर्ट ने 40 लाख रुपये की संपत्ति फ्रीज करने का आदेश जारी किया. इसमें तितुरडीह में स्थित जमीन और निर्माणाधीन मकान (कीमत लगभग ₹30 लाख), बैंक खाते में जमा ₹6,55,252, एक बुलेट मोटरसाइकिल (कीमत ₹1 लाख), एक एक्टिवा स्कूटर (कीमत ₹50,000) और नकदी जब्त की गई है. सभी जब्त सम्पतियों की कीमत लगभग 40 लाख रूपये है, जिसे फ्रीजिंग करने का आदेश दिया गया है.