ज्यादातर मरीजों के ये सवाल है कि वो कोरना Vaccine की पहली डोज लेने के बाद पॉजिटिव हो गए है. अब उन्हें दूसरी डोज लेनी चाहिए या नहीं ? लेनी चाहिए तो कब ?

वहीं दूसरी तरफ ऐसे भी मरीज है जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है और वो पॉजिटिव हो कर ठीक हो गए है. अब उन्हें कितने दिनों बाद कोरोना की Vaccine लेनी चाहिए. ऐसे तमाम सवालों के जवाब के लिए हमने राजधानी रायपुर के मोवा स्थित श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर डॉ देवेंद्र नायक से बात की और हमने इन तमाम सवालों के जवाब उनसे जाने.

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हमारा देश कोरोना काल के सबसे मुश्किल समय से गुजर रहा है. हर रोज कोरोना के लाखों मामले आने के बाद बस एक ही विकल्प दिखाई देता है. वह वैक्सीनेशन का. यूं तो आम लोगों के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया आज 1 मई से शुरू होने वाली है.

पर कुछ ऐसे लोग भी मौजूद हैं जिन्हे कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दे दी गई है. लेकिन अब वह संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से कुछ लोग सोच रहे हैं कि वह वैक्सीनेशन के दूसरे डोज को छोड़ सकते हैं. जबकि विशेषज्ञ इसे गलत मानते हैं.  डॉ देवेंद्र नायक के मुताबिक अगर आप या आपका कोई जानकार ऐसा है जिसे कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग गई है. तो आपको दूसरी डोज भी जरूर लेनी चाहिए.

हालांकि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को दूसरी डोज तब तक नहीं दी जा सकती जब तक वह इस वायरस से पूरी तरह ठीक ना हो गया हो. ऐसे में पहले मरीज को पूरी तरह ठीक होना चाहिए और फिर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज जरूर लेनी चाहिए.

डॉ देवेंद्र नायक के मुताबिक भले कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्ति के शरीर में कुछ एंटीबॉडी बन गई हों. लेकिन फिर भी उन्हे वैक्सीन का दूसरा डोज जरूर लेना चाहिए. जिससे शरीर पूरी एंटीबॉडी हासिल कर पाएं और वो लंबे समय तक फिर से इस वायरस से संक्रमित होने से आपको बचा सके.

डॉ नायक कहते है कि लोगों को जो डोज पहले ली थी, दूसरी भी उसी कंपनी की लें.