रायपुर. प्रतीक चौहान. नाला पाटकर रोड़ बनाने का मामला सामने आया है. इस मामले में एसडीएस, तहलीदार और आरआई से फोटोग्राफ के साथ पूरे मामले की शिकायत की गई है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि सब अधिकारी सब कुछ जानकर मौन बैठे हुए है. पूरा मामला पाटन क्षेत्र के अम्लेश्वर से लगे हुए गांव मगरघटा का है.

यहां मौजूद एक नाले को पाटकर रोड़ बनाने की पूरी तैयारी शुरू कर ली गई है. पिछले दिनों नाले का कुछ हिस्सा पाटने के लिए जेसीबी भी पहुंचा था. जिसके बाद इसकी तत्काल जानकारी एसडीएम, आरआई और तहसीलदार को दी गई. लेकिन इस मामले को गंभीरता से न लेते हुए जांच करने के लिए टीम 2-3 दिन बाद भेजी गई.

लेकिन टीम सबकुछ देखकर वापस लौट गई. बताया जाता है कि एक फॉरेस्ट के रिटायर्ड अधिकारी की पत्नी के नाम से वहां 1 एकड़ से अधिक की जमीन है. उस जमीन तक रास्ता बनाने के लिए नाला पाटने की तैयारी है.

क्षेत्र के तहसीलदार आलोक वर्मा का कहना है कि ये मामला उनकी जानकारी में है. लेकिन यहां नाले का गहरीकरण का काम सीएमओ द्वारा करवाया जा रहा है. नाला नहीं पाटा जा रहा है, जबकि लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने स्पॉट में जाकर विजिट किया. जो तहलीदार के बयानों से मेल नहीं खाता है. क्योंकि उसी गहरीकरण के साथ-साथ उसकी चौड़ाई छोटी कर के रोड़ बना दिया गया है. जिसकी तस्वीरें मौजूद है.

इस संबंध में एसडीएम का पक्ष लेने उन्हें फोन किया गया, लेकिन उनके मीटिंग में होने की जानकारी मिली. इस संबंध में नगर पालिका अम्लेश्वर के सीएमओ सतीश यादव से भी उनका पक्ष लेने फोन किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.

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