रायपुर. मैं काम चलाने के लिए ही बाईट देता हूं… मैं एक मामले में एक ही बार बाईट दूंगा, 50 बार नहीं. जो सवाल पूछना है वो पहले बता दिया करो. ये बातें उस जिम्मेदार अधिकारी की है जिसे छत्तीसगढ़ के पुलिस महकमे ने प्रमुख जिम्मेदारी सौंपी है. लेकिन काम चलाने में यकीन रखने वाले पुलिस अधिकारी जब बिना जानकारी के बाईट देंगे तो लल्लूराम डॉट कॉम और न्यूज 24 का सवाल सुनकर कैमरा बंद करवाने का बोलना तो लाजमी है.
अब आपको बताते है कि ये पूरा मामला क्या है. तिल्दा के किसान राईस मिल में पुलिस ने 7-8 नवंबर की दरम्यानी रात में 4 लाख 50 हजार से अधिक का जुआ पकड़ा. इसमें 14 आरोपी गिरफ्तार हुए है. लेकिन इस मामले में राईस मिल का मालिक कौन है, उक्त 14 आरोपियों में शामिल है या नहीं ? पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया या नहीं ? ये न तो टीआई को पता है और न एडिशनल साहब को.
‘लल्लूराम डॉट कॉम और न्यूज 24‘ की टीम को ये नहीं पता था कि साहब बिना तैयारी के मीडिया में केवल काम चलाने के लिए बाईट देते है. इसलिए हमारी टीम रायपुर एडिशनल एसपी ग्रामीण से इस मामले में बाईट लेने पहुंची. बाईट लेने के दौरान ही रिपोर्टर ने पुलिस अधिकारी से ऑन कैमरा सवाल पूछा कि जुएं के फड़ में राईस मिल का संचालक था या नहीं ? क्या उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी ?
बस इतना सा सवाल सुनकर साहब कहने लगे कैमरा बंद करो… फिर कहा कि सवाल क्या है ये पहले बता दिया करो… मेरे पास ग्रामीण का बहुत बड़ा क्षेत्र है, इसलिए कार्रवाई की हर जानकारी रखूं ये जरूरी नहीं है. हैरानी की बात ये है कि इस मामले में ये सब होने के बाद उन्होंने टीआई को फोन लगाया लेकिन इसकी भी जानकारी कार्रवाई करने वाले टीआई को भी नहीं थी.
इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने तिल्दा टीआई को केस डायरी के साथ तलब किया है.