रायपुर. कोरोनाकाल में रायपुर रेलवे स्टेशन में धडल्ले से अवैध वेंडिंग की जा रही है. ये पूरा खेल रायपुर रेल मंडल के अधिकारी और आरपीएफ की साठ-गाठ के बिना संभव नहीं है.

अवैध वेंडर इतने बेफिक्र है कि वे रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्रवेश द्वार से अंदर जाकर प्लेटफार्म और ट्रेनों में चाय और खाद्य पदार्थ की अवैध वेंडिंग कर रहे है.

चंद दिनों पहले ही प्लेटफार्म नंबर पांच से कमर्शियल विभाग ने आधा दर्जन लोगों को वेंडिंग करते हुए पकड़कर आरपीएफ को हैंडओवर किया था. लेकिन अवैध वेंडरों के रेलवे स्टेशन में प्रवेश और वेंडिंग करने पर आरपीएफ और रेलवे क्राइम ब्रांच की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है. जबकि बिना टिकट रेलवे स्टेशन में प्रवेश निषेध है. लेकिन आरपीएफ की साठ-गाठ से ये सब रायपुर रेलवे स्टेशन में संभव है.

अवैध वेंडर बकायदा अपने गले में कार्ड लटकाएं हुए भी नजर आ जाएंगे. लेकिन सवाल ये है कि जब स्टॉल संचालक ने रेलवे को ये लिखकर दे दिया है कि कोरोनाकाल में वे लाइसेंस फीस नहीं जमा कर सकते है तो रेलवे के जिम्मेदारों ने उन्हें किस आधार पर वेंडिंग कार्ड जारी किया है?

इस संबंध में रायपुर आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर एमके मुखर्जी से उनका पक्ष लेने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने छुट्टी होने की बात कही. बता दें कि वेंडर के ट्रेन के अंदर की फोटो प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी सारनाथ एक्सप्रेस (16 मई), और लाल शर्ट में चाय बेच रहा वेंडर प्लेटफार्म नंबर 5 का है.