रायपुर. रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. ये खिलवाड़ रेलवे स्टेशन स्थित फूड स्टॉल के संचालक कर रहे है.

लेकिन इस पूरे गोल-माल में उतने ही जिम्मेदार रेलवे के वो अधिकारी है, जिन्हें ये सुनिश्चित करना है कि रायपुर रेलवे स्टेशन में जो फूड पैकेट पैक हो रहे है वह कब पैक हुए है और किस एमआरपी में बेचे जा रहे है.

लल्लूराम डॉट कॉम ने मंगलवार सुबह अवैध वेंडर को लेकर खबर प्रकाशित की थी. जिसके बाद आनन-फानन में रेल अधिकारी रेलवे स्टेशन पहुंचे. लेकिन तब तक वह वेंडर फरार हो गया था.

इसके बाद लल्लूराम डॉट कॉम ने वेंडर की जो फोटो खबर में पोस्ट की थी, उसमें दिख रहे आईकार्ड के आधार पर प्लेटफार्म नंबर 6 पर मौजूद स्टॉल के संचालक को रेल अधिकारियों ने तलब किया.

जिसके बाद पता चला कि वह आई कार्ड फर्जी था और उक्त वेंडर भी उस स्टॉल का नहीं था. उस स्टॉल के जिम्मेदार व्यक्ति ने रायपुर रेलवे स्टेशन के एक अन्य फूड स्टॉल के संचालक पर ये आरोप लगाए कि वे अवैध वेंडर उनका है.

हालांकि रेल अधिकारी ये जानकारी नहीं दे रहे है कि वे अवैध वेंडर किसका था. अपने आप को सेफ करने के लिए कमर्शियल अधिकारियों ने जीआरपीए को उक्त अनाधिकृत वेंडर के संबंध में सूचना दे दी है कि वह फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर रेलवे स्टेशन में वेंडिंग कर रहा है.

वहीं लल्लूराम डॉट कॉम को सूचना मिली है कि अभी कमर्शियल विभाग की ताबड़तोड़ जांच प्लेटफार्म नंबर 5 में चल रही है और वे स्टॉल में जांच कर रहे है. अब थोड़ी देर बाद पता चलेगा कि बिना एमआरपी वाली बासी बिरयानी बेचने वालों पर रेलवे के अधिकारी क्या कार्रवाई करते है या उन्हें केवल चेतावनी देकर अपनी जिम्मेदारी निभा वापस लौट जाते है.