बिलासपुर. जिले में पुलिस अधीक्षक नशे के खिलाफ कार्रवाई और जागरुकता अभियान निजात चला रहे हैं. नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. साथ ही अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि, नशे के व्यापारियों पर कार्रवाई में कोई कोताही न बरती जाए. वहीं एक कार्रवाई में 2 आरक्षकों की भूमिका पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है.

दरअसल, एक सप्ताह पहले कोटा क्षेत्र में एक डिस्टलरी से निकले 26 पेटी अवैध शराब जब्त की गई थी, जिसमें एफआईआर दर्ज किया गया और तीन आरोपियों को जेल भेजा गया. मामले में डिस्टलरी के कर्मचारियों की भी मिलीभगत सामने आई है, जिनकी तलाश की जा रही है. इस कार्रवाई में कोटा थाने के आरक्षक आशीष वस्त्रकार और मिथिलेश सोनवानी की संदिग्ध भूमिका पाई गई, जिसकी सूचना पर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने उन्हें मौखिक आदेश पर रक्षित केंद्र भेज दिया था. प्रारंभिक जांच के बाद दोनों आरक्षकों को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है.

वहीं अन्य एक प्रकरण में पिछले साल पचपेड़ी थाना में शराब की रेड कार्रवाई में एक महिला आरक्षक पर सूचना लीक करने का आरोप लगने पर विभागीय जांच करवाई गई थी. जांच सही पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से वेतन में कमी कर दी है और उक्त महिला आरक्षक चंदा यादव को पुलिस लाइन में पदस्थ करने का आदेश दिया है. नशे के सौदागरों को संरक्षण और कर्तव्य में लापरवाही पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक त्वरित कार्रवाई कर रहे हैं.