रायपुर। छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग द्वारा ओव्हरलोड मालयान वाहनों और विविध अपराधों को नियंत्रित करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए विभाग द्वारा 16 परिवहन चेकपोस्ट एवं 7 परिवहन उड़नदस्ता का संचालन किया जा रहा है. परिवहन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 1373.91 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया, जिसमें फीस से 196.64 करोड़ रुपये, समझौता-शुल्क/फाईन से 193.61 करोड़ रुपये, टैक्स-जीवनकालकर, मासिक कर और त्रै-मासिक कर से 983.66 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया गया है.
इसी तरह वर्ष 2020-21 में इन मदों से 1147.92 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया गया है, जिसकी तुलना में वर्ष, 2021-22 में 1373.91 करोड रुपये राजस्व अर्जित करते हुए 19.69% वृद्धि के साथ 225.99 करोड़ रूपये अधिक राजस्व अर्जित किया गया.
बता दें कि 2020-21 में परिवहन चेकपोस्ट एवं परिवहन उड़नदस्तों द्वारा 3,16,249 वाहनों से 71.06 करोड़ रूपये राजस्व अर्जित किया गया. वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में 6,26,605 ओव्हरलोड मालयान वाहनों और विविध अपराधों के तहत चालानी कार्रवाई कर 165.60 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया गया.
वाहन मालिकों को सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासन द्वारा वर्ष 2021-22 में “एकमुश्त निपटान” योजना 13 सितंबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक के लिए लागू की गई थी, जिसके तहत 2 हज़ार 135 वाहनों से 20.50 करोड़ रुपये बकाया कर की वसूली की गई है. इसके अतिरिक्त शेष 2 हज़ार 37 वाहनों को जप्त किया गया है, इनकी वसूली शेष है.
राज्य में कई पुराने मासिक, त्रै-मासिक कर बकाया है. जिलों के परिवहन अधिकारियों द्वारा वर्ष, 2021-22 में 480 वाहनों से 22.04 करोड़ रुपये की वसूली की गई है. इसके अतिरिक्त 12 मार्च 2022 से 31मार्च 2022 तक अभियान चलाकर 588 वाहनों से 3.55 करोड़ रूपये बकाया टैक्स वसूल किया गया है.
जायसवाल, एनईसीओ, एसकेएस, सार्थक इस्पात, गोदावरी इस्पात, हाइटेक यार्ड, शारदा एनर्जी सिलतरा सहित कई नामी कम्पनियों और फैक्ट्रियों में टैक्स जमा नहीं करने वाली वाहनों को जप्त किया गया है. इन वाहन मालिकों पर परिवहन विभाग का लगभग 50 लाख रूपये बकाया है.
इसी तरह विभिन्न फायनेंस कम्पनियों की 78 वाहनें जप्त कर खड़ी की गई है. इसके अतिरिक्त यार्डो में खड़ी गाड़ियों के लिए नोटिस जारी किये गये हैं. यार्डों में खड़ी जब्त वाहनों का टैक्स जमा करने हेतु फायनेंस कम्पनियों को नोटिस जारी किया गया है. ऐसी वाहनें भी शामिल है जिन्हें फायनेंसरों ने किश्त अदा नहीं कर अपने यार्डों में खड़ी कर दी थी.
विभाग द्वारा बिना परमिट के यात्री वाहनों के संचालन करने वाली 763 वाहनों से 6 लाख 32 हजार 700 रूपये वसूल किये गए हैं. इसके अतिरिक्त 6 यात्री वाहनें बिना परमिट की जब्त करने की कार्रवाई की गई है. प्रवर्तन अमलों द्वारा ऐसी वाहनें जो बिना टैक्स जमा कर संचालित हो रही है. ऐसी 4 हज़ार 259 वाहनों में निरन्तर कार्रवाई करते हुए 27.87 करोड़ रूपये टैक्स वसूल किया गया है. शेष 1,037 वाहनों को जप्त किया गया है, इनकी वसूली शेष है.
राजस्व नुकसान को रोकने के लिए टैक्स डिफाल्टर की सूची जिलों के परिवहन अधिकारियों द्वारा समाचार-पत्रों के माध्यम,नोटिस जारी कर तथा व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क स्थापित कर अधिक से अधिक राजस्व संग्रहण का कार्य किया जा रहा है. उसके बाद भी टेक्स डिफाल्टर वाहन स्वामियों द्वारा टैक्स जमा करने में रूचि नहीं दिखाई जाती है, तो उन टैक्स डिफाल्टर वाहन स्वामियों के विरूद्ध “भू-राजस्व संहिता’ के तहत वाहनों के कुर्की की विधिवत कार्रवाई प्रारम्भ की जा
रही है.
जिलों के ऐसे परिवहन अधिकारियों एवं कर्मचारियों जिन्होंने टैक्स संग्रहण में अभूतपूर्व कार्य किया है. ऐसे अधिकारी-कर्मचारी को परिवहन आयुक्त के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। परिवहन मंत्री के निर्देशन में परिवहन सचिव एवं परिवहन आयुक्त के लगातार मार्गदर्शन से मुख्यालय एवं जिलों के परिवहन अधिकारियों एवं प्रवर्तन अधिकारियों के द्वारा लगातार प्रयास एवं मेहनत से राजस्व की प्राप्ति की जा रही है.