रोहित कश्यप, मुंगेली.1984 में आई अमिताभ बच्चन की शराबी फिल्म का वो डॉयलॉग आज भी लोगों की जुबान पर रहता है और उस समय तो फिर इस डॉयलॉग के बोलते ही दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देने लगती है. वो मशहूर डॉयलॉग है “मूछे हो तो नत्थू लाल जी जैसी वरना न हो ” शायद इसी फिल्म से प्रेरित होकर मुंगेली जिले में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय कुलमित्र ने लंबी मूछे रख ली थी. जो कि आज भी उसी अंदाज में है और अपने इसी अंदाज की वजह से वे विभाग से लेकर आमजनों के बीच में लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते थे. जो कोई भी इनकी मूछ को देखता शराबी फिल्म के मूछ वाले डॉयलॉग को याद किए बगैर रह नहीं पाता.

मुंगेली पुलिस इकाई में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय कुलमित्र के 62 वर्ष की अधिवार्षिकी पूर्ण करने पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय मुंगेली में विदाई समारोह का आयोजन कर सेवानिवृत्त होने वाले प्रधान आरक्षक को शॉल, पुलिस कप्तान चन्द्रमोहन सिंह और अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारियों ने श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर उनके उज्जवल भविष्य और अच्छे स्वास्थ्य की शुभकामनाएं देते हुए भावभीनी विदाई दी गई.

प्रधान आरक्षक विजय कुलमित्र वर्ष 1981 में जिला बिलासपुर में तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश राज्य में आरक्षक के पद पर नियुक्ति होने के पश्चात वर्ष 2009 में प्र.आर. के पद पर पदोन्नत हुए और वर्ष 2017 तक जिला बिलासपुर में अपनी सेवा दी. उसके बाद ट्रांसफर पर जिला मुंगेली आए और रक्षित केन्द्र मुंगेली में अपनी सेवाएं दी. प्रधान आरक्षक विजय कुलमित्र का गृह ग्राम झाफल, थाना लोरमी, जिला मुंगेली है. सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक द्वारा विदाई समारोह के दौरान अपने पुलिस विभाग में अनुभव और किए गए कार्यों के सम्बन्ध में बताया गया.विदाई समारोह में पुलिस अधीक्षक मुंगेली चंद्रमोहन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुंगेली प्रतिभा पांडेय सहित जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे.