अमित पांडेय, खैरागढ़. खैरागढ़ जिले में बे-मौसम बारिश से फसलों के भारी नुकसान के बाद आज किसानों का आक्रोश फूट पड़ा. जिले के सैकड़ों गांवों से हजारों किसान धान की बालियां अपने हाथों में लेकर खैरागढ़ जिला मुख्यालय पहुंचे. विधायक यशोदा वर्मा के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया और फसल नुकसान का सर्वे कराकर तत्काल मुआवजा देने की मांग की. लगभग एक घंटे तक कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन के चलते मुख्य मार्ग जाम की स्थिति में रहा. किसानों ने कहा कि हाल की बे-मौसम बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है. जिन खेतों की फसल कट चुकी थी, वे पूरी तरह सड़ गईं. जबकि खड़ी फसलें गिरकर खराब हो गईं.


प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि हमारी फसलें न बेचने लायक रहीं, न खाने लायक. हम अपने खेतों से खराब धान लेकर आए हैं ताकि प्रशासन को सच्चाई दिखाई जा सके. शासन-प्रशासन को खुद खेतों में जाकर सर्वे करना चाहिए और नुकसान का सही आकलन कर मुआवजा व बीमा राशि तुरंत देना चाहिए. किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पाया, ऊपर से बारिश ने रही-सही उम्मीद भी तोड़ दी. अधिकांश किसान कर्ज में डूबे हुए हैं और अब उन्हें राहत की जरूरत है. प्रदर्शन के बाद किसानों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि अगर शीघ्र सर्वे और मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा.


किसानों की मांग पर डिप्टी कलेक्टर अविनाश ठाकुर का कहना है कि किसानों की प्रमुख मांग है कि बे मौसम बारिश से उनकी जो फैसले खराब हुई है, इसका सर्वे किया जाए. इसके बाद उन्होंने आश्वस्त किया कि तीन दिवस के भीतर हम सर्वे करवा लेंगे. जितनी भी क्षति हुई है, उन्हें शासन के नियमानुसार भुगतान करेंगे.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
 - लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
 

