रायपुर. सामान्य बजट चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शायराना अंदाज से अपने उद्बोधन की शुरूआत की. उन्होंने कहा कि हम आंह भी भरते है तो हो जाते है बदनाम, वो कत्ल भी करते है तो चर्चा नहीं होती’

सदन में उन्होंने बताया कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ धान खरीदी की गई. 21 लाख 52 हजार किसानों ने पंजीयन कराया और 95% किसानों ने धान बेचा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह का व्यवहार हमारे साथ दिल्ली में केंद्रीय खाद्य मंत्री ने किया उसकी कल्पना हमने नहीं की थी.

वहीं CM के भाषण के बीच किसानों के मुद्दे पर सदन में हंगामा हुआ. विपक्ष ने पूछा मोदी जी से पूछ आपने घोषणा पत्र बनाया था क्या ?

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के आंकड़े कही से मेल नहीं खा रहे थे. विकास मूलक कार्यों में बजट का 77 % खर्च किया जाएगा. कर्ज लेने के लिए गारंटी देने की शुरूआत आपकी सरकार के समय से शुरू हुई. डॉ रमन सिंह पर तंज कसते हुए लिखा आपके लगे होर्डिंग के पैसे का कर्ज अभी तक हम चुका रहे है.

उन्होंने ये भी कहा कि आज इस प्रदेश में जो घाटा हो रहा है उसके लिए राज्य सरकार नहीं आपकी दिल्ली में बैठी हुई केंद्र सरकार दोषी है. उद्बोधन के दौरान उन्होंने कहा कि आपने हमारे हाथ और पैर दोनो बांध दिए और अब कहते है आप काम नहीं करते.

केंद्र सरकार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि 18 हजार करोड़ आपने हमें नहीं दिया है हम कैसे काम करेंगे. छत्तीसगढ़ के वित्तीय प्रबंधन को भारत सरकार के प्रबंधन से बेहतर बताया.

शराबबंदी को लेकर उन्होंने कहा कि जब तक जनजागरण नहीं होगा तब तक कोई फैसला नहीं लिया जा सकता. अभी वितीय स्थिति ठीक नहीं है, दिल्ली वाले भी पैसा नहीं दे रहे. हमने घोषणा पत्र में उल्लेख किया है जरूर बन्द करेंगे.