रायपुर.  शराब बेचने के एवज मिले राजस्व की राशि करीब 5 करोड़ रुपए प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा जमा नहीं की गई है. इस मामले में आबकारी मंत्री पर विधायक नारायण चंदेल ने सवालों की बौछार कर दी.

बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने ये सवाल उठाते हुए कहा कि महासमुंद ज़िले में शराब बेचने के एवज़ में मिली राशि निगम के खाते में जमा नहीं कराई गई. प्लेसमेंट एजेंसी ने 5 करोड़ रुपए जमा नहीं किया. प्लेसमेंट एजेंसी 5 करोड़ रुपए की राशि अपने पास रखी रही और ये यह जुर्म है.

आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने इसके जवाब में कहा कि यह लापरवाही यस बैंक ने की है. प्लेसमेंट एजेंसी ने नहीं की है. यह मामला फ़िलहाल कोर्ट में है. यस बैंक प्रबंधन की अनियमित्ता की वजह से राशि जमा नहीं हो सकी. इसके बाद नारायण चंदेल में पूछा कि यस बैंक क्या राष्ट्रीयकृत बैंक है ? जब कई राष्ट्रीयकृत बैंक हैं तो यस बैंक में राशि क्यों रखी गई?

कवासी लखमा ने कहा कि यह अधिसूचित बैंक है. इस बैंक में खाता पिछली सरकार में खोला गया था. फिर नारायण चंदेल ने पूछा कि प्लेसमेंट कम्पनी के पास जब राशि पड़ी रही तो इस बड़ी राशि का ब्याज का पैसा कहा है? शिवरतन शर्मा ने पूछा कि यस बैंक में राशि जमा करने का निर्णय कब लिया गया? कवासी लखमा ने जवाब दिया 10 जनवरी 2018 में जब बीजेपी की सरकार थी तब अनुमति दी गई थी.

जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने पूछा कि पूरे प्रदेश भर में कहां-कहां यस बैंक के खाता में पैसा जमा हो रहा है ? उसे हटाकर किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में जमा करेंगे? कवासी लखमा ने बताया कि यस बैंक को हमने ब्लेक लिस्ट किया है. मामला कोर्ट में चल रहा है. आगे निर्णय लेंगे.

राज्य सरकार को चूना लगाया जा रहा हैः कौशिक

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार को चूना लगाया जा रहा है. इसके बाद पूरे मामले की जांच की माँग को लेकर बीजेपी विधायकों ने सदन में हंगामा मचाया. इसके बाद सत्तापक्ष के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया.