सत्यपाल सिंह,रायपुर। देश में कोरोना मरीजों को ठीक करने में छत्तीसगढ़ का दूसरा स्थान है और मरीजों का डिस्चार्ज रेसियों भी बेहतर है. जो लोग मरीजों के ठीक होने को लेकर बेखौफ मनमानी कर रहे हैं और जिनके घर मौत हो रही है वो उनकी पूर्ति नहीं कर सकते है. इसलिए कोरोना संक्रमण को हल्के में लेने की गलतफहमी ना पाले. सावधानी से ही कोरोना से बचा जा सकता है. यह बातें एम्स डायरेक्टर नितिन नागरकर ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कही है.

डारेक्टर नितिन नागरकर ने बताया कि एक हजार से ज्यादा मरीज एम्स से ठीक हो चुके है. जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही एम्स स्वास्थ्य व्यवस्था में विस्तार कर रहा है. आज एम्स में 400 बिस्तर की व्यवस्था है और जरूरत पड़ने पर बढ़ाया भी जाएगा. इसके साथ ही सैंपल लेने में तेजी लाई गई है. जितना ज्यादा सैंपल होगा उतना मरीज चिन्हित होंगे और संक्रमण का चक्र टूटेगा.

कोरोना के दवा को लेकर नागरकर ने कहा कि फिलहाल दवा आने में अभी समय लगेगा, जब तक दवा मार्केट में ना आए, तब तक सावधानी ही विकल्प है. दवा को लेकर कई तरह की खबर है. दवा बनाने में कई देश रेस में भी है. भारत भी इस रेस में है.