नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा ने उनके करोड़ों प्रशंसकों को निराश किया है, इनमें से एक पाकिस्तान में जन्मे और अमेरिका में रह रहे क्रिकेट के दिवाने ‘चाचा शिकागो’ भी हैं, जिन्होंने धोनी के साथ अपने भी सन्यास की घोषणा कर दी है. चाचा शिकागो अब कभी भी आईसीसी इवेंट में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच नहीं देखेंगे.
एमएस धोनी और चाचा शिकागो के बीच का रिश्ता तब का है, जब 2011 के विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मैच देखने के लिए चाचा शिकागो को धोनी ने टिकट मुहैया कराई थी. तब से जो दिल का रिश्ता जुड़ा वह आज तक कायम है. पाकिस्तान के कराची शहर में जन्में और अमेरिका के शिकागो शहर में रेस्टोरेंट चला रहे मोहम्मद बाशिर के लिए धोनी का सन्यास लेना किसी झटके से कम नहीं है. वे कहते हैं कि धोनी के सन्यास लेने के साथ मैने भी सन्यास ले लिया है. उनके क्रिकेट नहीं खेलने से अब मेरे लिए क्रिकेट के लिए घूमने की कोई सूरत नहीं बनती है. मैं उनको चाहता हूं और वो मुझको चाहते हैं. उनको खेलते नहीं देख पाऊं तो क्या मतलब है ऐसे सफर का.
चाचा शिकागो कहते हैं सभी महान खिलाड़ियों को एक दिन खेल को अलविदा कहना पड़ता है. लेकिन धोनी का सन्यास लेने से मुझे दुख हुआ है. इसके साथ अनेक यादें ताजा हो गई हैं, वे एक ग्रांड स्टैंड-ऑफ के हकदार हैं, लेकिन फिर से कहना चाहूंगा कि वे इन सबसे ऊपर हैं. चाचा शिकागो कहते हैं कि जब चीजें सामान्य हो जाएंगी (कोविड-19) तब वे धोनी से उनके रांची वाले घर में जाकर मुलाकात करेंगे. मैंने राम बाबू (भारतीय क्रिकेट फैन) को भी साथ आने के लिए कहा है.