रायपुर. अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर आज छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया. दुबे ने इस दौरान आयोग की अनुशंसाओं का गंभीरता से पालन करने के निर्देश दिए. उन्होंने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को अधिक पुख़्ता करने, कर्मचारियों का पुलिस वेरीफिकेशन ,स्कूल बसों में अनिवार्य रूप से जी०पी०एस० सिस्टम लगाने और महिला कंडक्टर रखने के निर्देश दिए.
उन्होंने शाला त्यागी बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें फिर से शिक्षा व समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और नए शिक्षण सत्र में शिक्षा के अधिकार के तहत अधिक से अधिक बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश भी दिए. प्रभा ने प्रदेश के सभी स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी आयोग को भेजने के निर्देश भी दिए .
एक सप्ताह तक चलेगा रेस्क्यू अभियान
इस मौके पर आज छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने राजधानी के कई सार्वजनिक स्थानों पर बाल श्रम और बाल भिक्षा वृत्ति में लिप्त बच्चों की सुध लेने रेस्क्यू अभियान चलाया. प्रभा ने इस दौरान राजधानी के रेलवे स्टेशन ,घड़ी चौक ,तेलीबांधा ,आकाशवाणी केंद्र के पास स्थित काली मंदिर एवं अन्य स्थानों पर पहुंची. दुबे ने बताया की यह अभियान राज्य भर में चलाया जा रहा है ताकि बालश्रम और बाल भिक्षा वृत्ति में लिप्त बच्चों का पुनर्वास किया जा सके. इस दौरान उनके साथ आयोग के अन्य सदस्य समेत पुलिस विभाग और चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।