Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapana Muhurat : चैत्र नवरात्र के पहले दिन आज मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. खास बात ये है कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. इस समय में घटस्थापना आपके लिए बहुत ही लाभदायक और उन्नतिकारक सिद्ध हो सकता है. अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण सुबह 07:32 से हो रहा है. ये दोनों योग संध्याकाल 05:06 मिनट तक है.
चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि से ही नया हिंदू वर्ष भी प्रारंभ हो जाता है. 9 दिनों तक चलने वाला ये पर्व 17 अप्रैल को समाप्त होगा.
घोड़े पर सवार होंगी मां (Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapana Muhurat)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी. घोड़े को मां दुर्गा का शुभ वाहन नहीं माना जाता है. ये युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं का संकेत देता है. सत्ता में परिवर्तन होता है.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
9 अप्रैल को दोपहर 02:17 बजे तक वैधृति योग होने के कारण घट स्थापना अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:04 से 12:54 तक होगी. यानी मुहूर्त की अवधि मात्र 50 मिनट की होगी.
सर्वार्थ सिद्धि योग का महत्व
मान्यता के अनुसार इस योग में किया गया कार्य सफल होता है. जैसे नया कारोबार प्रारंभ करना, किसी प्रकार की शिक्षा ग्रहण करना, नौकरी ज्वाइन करना, गृह कार्य प्रारंभ करना आदि. इस योग में किए गए सभी कार्य पूर्ण होकर शुभ फलदायी होते हैं. सर्वार्थसिद्धि योग ऐसा योग है, जिसमें यदि किसी कार्य का आरंभ किया जाए तो उससे विशेष लाभ मिलता है.
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