मुंबई। हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ संजीव मेहता ने एक बार फिर रूरल मार्केट की चुनौतियों की बात पर जोर डाला है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण बाजारों में अभी भी सुस्ती का माहौल है. उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी फिर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानि जीएसटी इसकी मुख्य वजहें हैं.
एचयूएल के सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि कमोडिटी की लागत में उतार-चढ़ाव के कारण भी रूरल मार्केट में मंदी है. उन्होंने रिसर्च एजेंसी नीलसन के सर्वे का हवाला भी दिया. प्रेजेंटेशन स्लाइड्स में उन्होंने कहा कि 2012 में शहरी और ग्रामीण बाजारों में एफएमसीजी सेक्टर में काफी उछाल था. ये काफी अच्छा कर रहा था और ग्रोथ डबल डिजिट में थी. लेकिन नोटबंदी और जीएसटी के बाद फिलहाल ग्रोथ में उतार आया है और ये सिंगल डिजिट दर्ज कर रहा है.
संजीव मेहता ने कहा कि शहरी मार्केट की हालत तो फिर भी ठीक है, लेकिन अगर 2016-17 की बात करें, तो ग्रामीण बाजारों की हालत ठीक नहीं और वो काफी पीछे चल रहा है.
धीरे-धीरे सुधर रही है हालतः एचयूएल
एचयूएल के सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि फिर भी अभी रूरल मार्केट की ओर से निराश होने की जरूरत नहीं है और इसमें सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि दिसंबर की तिमाही में एचयूएल कोई वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज नहीं की थी, लेकिन पिछली 2 तिमाहियों यानि मार्च और जून में इसमें सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि कंपनी की नेट ग्रोथ जो 6 फीसदी थी, वो बढ़कर 8 फीसदी हुई. संजीव मेहता ने कहा कि होलसेल चैनल में स्थिरता आ रही है और व्यापार की हालत सुधर रही है.
उन्होंने मानसून में हुई कम बारिश को भी ग्रामीण बाजारों में असर डालने वाला बताया. उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में कम बारिश हुई है और इसका असर भी रूरल मार्केट पर पड़ा है.