रायपुर. उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया. अबतक के राहत और बचाव कार्य के दौरान चमोली जिला पुलिस ने 14 शव मिलने की पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि अभी भी 125 से अधिक लोग लापता हैं.

जाने क्या है ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट?

देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में बिजली उत्पादन की एक परियोजना चल रही है, जिसका नाम ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट पर 10 साल से अधिक वक्त से काम जारी था. यह कोई सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट सेक्टर की परियोजना है जो विवादों में रही है. पहले इस प्रोजेक्ट का जमकर विरोध हुआ था. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस प्रोजेक्ट को बंद कराने के लिए कोर्ट का दरवाजा तक खटखटाया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका था.

यहां पर वर्तमान में पानी से बिजली पैदा करने का काम चल रहा था. प्रोजेक्ट ऋषि गंगा नदी पर बनाया गया और ये नदी धौली गंगा में मिलती है. ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के जरिए 63,520 MWH बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया था. हालांकि फिलहाल कितना उत्पादन हो रहा था, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी मौजूद नहीं है. शुरुआती दावों की बात करें तो ये कहा गया था कि जब भी प्रोजेक्ट अपनी पूरी क्षमता पर काम करेगा तब यहां से बनने वाली बिजली दिल्ली, हरियाणा समेत कुछ अन्य राज्यों में सप्लाई की जाएगी.