अशोक कुमार जायसवाल, चंदौली. नौगढ़ के जयमोहनी रेंज अंतर्गत गहिला जंगल में वन विभाग ने देर रात वन्यजीव शिकार की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया. पेट्रोलिंग के दौरान फायरिंग की सूचना मिलने पर वनकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घेराबंदी की. इस दौरान एक वाहन समेत दो आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया गया, जबकि चार अन्य आरोपी हथियार लेकर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए.

क्षेत्राधिकारी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि ये घटना रात करीब 11:55 बजे जयमोहनी रेंज के धौठवा बीट, शिकारगंज-16 क्षेत्र में हुई. फायरिंग की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वहां जंगल से एक थार जीप (संख्या JH10BW6386) और एक अन्य वाहन निकलते हुए दिखाई दिए. वनकर्मियों द्वारा रोकने का प्रयास करने पर वाहन चालक भागने लगे. पीछा करने के बाद थार जीप को घेराबंदी कर रोका गया, जबकि दूसरा वाहन फरार हो गया.

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जीप रुकने पर उसमें सवार आरोपी अलग-अलग दिशाओं में भागने लगे, जिनमें से दो को मौके पर ही पकड़ लिया गया. जीप की तलाशी के दौरान मेड इन इटली कंपनी की 12 बोर डबल बैरल बंदूक, तीन जिंदा कारतूस, एक खाली कारतूस, खून के निशान लगी एक बड़ी धारदार छुरी, लगभग एक किलोग्राम संदिग्ध जंगली जानवर का मांस, देशी शराब और एक टॉर्च बरामद की गई. सभी बरामद सामग्री को जब्त कर जयमोहनी रेंज कार्यालय लाया गया.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भुवनेश्वर सिंह और घमेंद्र सिंह के रूप में हुई है. ये दोनों ददरा (हिनौता), थाना राजगढ़, जनपद मिर्जापुर के निवासी हैं. जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वन विभाग ने बरामद वाहन और हथियारों को न्यायालय में प्रस्तुत कर राज्य सरकार के पक्ष में जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी है. क्षेत्रीय वनाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि फरार चार आरोपियों की तलाश के लिए जंगल और सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार दबिश दी जा रही है. शिकार की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वन विभाग की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा वन्यजीव अपराध टल गया.