अमृतसर. चंडीगढ़ में मेयर चुनाव 29 जनवरी तक स्थगित कर दिए गए हैं। मेयर चुनाव की तारीख और प्रक्रिया से संबंधित मामला आज हाईकोर्ट में सुना गया, जिसके बाद अदालत ने चुनाव की तारीख को स्थगित करने का आदेश दिया। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया और तारीख को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।


अदालत में दो याचिकाएं दायर की गई थीं, जिनमें से एक चुनाव तारीख को लेकर थी। मेयर कुलदीप सिंह ने अपनी याचिका में कहा था कि उनका कार्यकाल फरवरी तक है, लेकिन पहले चुनाव कराकर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने चुनाव 29 जनवरी तक स्थगित करने का निर्णय लिया। अब प्रशासन की ओर से नए आदेश जारी किए जाएंगे।


क्या कहा भाजपा ने


भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय टंडन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके उम्मीदवारों ने अपनी नामांकन प्रक्रिया पूरी कर ली है। हालांकि, हाईकोर्ट के आदेश की आधिकारिक कॉपी अभी प्राप्त नहीं हुई है। वकील के मुताबिक, चुनाव अब 24 जनवरी की जगह 29 जनवरी के बाद होंगे।


कांग्रेस और ‘आप’ का रुख


चंडीगढ़ में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन दोनों पार्टियों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। समझौते के तहत मेयर पद आम आदमी पार्टी को मिलेगा, जबकि कांग्रेस को वरिष्ठ डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद मिलेंगे। आम आदमी पार्टी की छह महिला पार्षदों ने मेयर पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश की है, जिनमें प्रेम लता और जसविंदर कौर सबसे आगे मानी जा रही हैं।


पार्टी नेताओं का कहना है कि इस संबंध में अंतिम फैसला संगठन सचिव संदीप पाठक लेंगे। दूसरी ओर, कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के विधायक कुलदीप राठौर को चुनाव का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।


क्या है वर्तमान स्थिति

मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो भाजपा चंडीगढ़ नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा के पास कुल 15 पार्षद हैं, जबकि कांग्रेस के पास 8 और आम आदमी पार्टी के पास 13 पार्षद हैं। जीत के लिए जादुई आंकड़ा 18 है। कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी फिलहाल चंडीगढ़ में मौजूद हैं, जिससे राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।