Chandrayaan-3 Launch : चंद्रयान 2 की असफलता के बाद चंद्रयान 3 का इंतजार कर रहे लोगों के लिए आखिरकार खुशखबरी आ ही गई है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत के इस महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग की तारीख तय कर लिया है. बताया जा रहा है कि चंद्रयान 3 को 12 जुलाई को लांच किया जाएगा.

जानकारी के अनुसार, इसरो की योजना चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारने की है. यह लैंडिंग स्थल के आसपास के क्षेत्रों में चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिक उपकरणों को लेकर जाएगी. चंद्रयान-3 मिशन लैंडिंग स्थल के आसपास के क्षेत्र में चंद्र रेजोलिथ (ढीली असमेकित चट्टान और धूल का एक क्षेत्र जो सतह पर स्थित हो), चंद्र भूकंपीयता, चंद्र सतह प्लाज्मा पर्यावरण और मौलिक संरचना के ताप-भौतिकीय गुणों का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिक उपकरणों को लेकर जाएगा.

चंद्रयान 2 की तरह होगा पूरा सेटअप

इसरो के अधिकारियों के अनुसार, इस साल मार्च में चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान ने आवश्यक परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा किया. इसरो के एक अधिकारी ने कहा, “चंद्रयान -3, चंद्रयान -2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और उसकी सतह पर घूमने समेत उसके सभी चरणों की क्षमता प्रदर्शित करता है. इसमें लैंडर और रोवर विन्यास शामिल हैं.”

भारत की महत्वकांक्षी चंद्रयान योजना

चंद्रयान-3 भारत के चंद्रयान प्रोजेक्ट का हिस्सा है. चंद्रयान 1 से शुरू हुआ यह सफर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. चंद्रयान-3 में चंद्रयान-2 की तरह एक ऑबिटर, एक लैंडर और एक रोवर होगा. इन वैज्ञानिक उपकरणों का दायरा ‘चंद्रमा का विज्ञान’ की ‘थीम’ के अनुरूप होगा, वहीं एक अन्य प्रायोगिक उपकरण चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी के ‘स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्रिक सिग्नेचर’ का अध्ययन करेगा.