रायपुर. श्रावण माह में भगवान शंकर की पूजा करते हैं, ठीक उसी प्रकार माघ माह में विष्णु की पूजा करते हैं. बृहस्पतिवार विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा के लिए विशेष माने जाते हैं, क्योंकि इस दिन के कारक देव श्री हरि विष्णु ही हैं. इस पूरे माह श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप भी विशेष फल प्रदान करता है. जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति या गुरू की स्थिति प्रतिकूल हो और जीवन में मान और शिक्षा संबंधी कष्ट हो तो ऐसे लोगों को इस माह के गुरूवार को ये मंत्र जाप करना और बृहस्पति से संबंधित वस्तुओं का दान, व्रत करना बेहद ही लाभकारी साबित होता है.

ऐसे करें मंत्रों का जाप

इस दिन स्नान के बाद पीले कपड़े पहनें. फिर भगवान विष्णु की पूजा करें. इसके बाद उनको खीर या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं. साथ ही पीले रंग के फूल अर्पित करें. अब पूजा वाले आसन पर ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं. फिर मंत्रों का जाप करें. ऐसे करें मंत्रों का जाप गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जप किया जाए तो इससे विशेष लाभ मिलता है. भगवान विष्णु के मंत्रों के जाप से आपको काफी लाभ होगा. श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप भी विशेष फल प्रदान करता है.

ये है भगवान विष्णु के प्रभावशाली मंत्र

  1. विष्णु गायत्री महामंत्र- ओम नारायणाय विद्महे. वासुदेवाय धीमहि. तन्नो विष्णु प्रचोदयात्.
  2. पंचरूप मंत्र- ओम ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान, यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते.
  3. विष्णु रूपं पूजन मंत्र- शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम. विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम. लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म.
  4. विष्णु कृष्ण अवतार मंत्र- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे. हे नाथ नारायण वासुदेवाय.