रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर जिले में एनीकट और लाइनिंग निर्माण कार्यों में अनियमितता का मामला उठाया गया. कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने ध्यानाकर्षण के जरिए ये मामला उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि एनीकट निर्माण में भारी अनियमितता हुई है और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया गया है.
सत्यनारायण शर्मा के सवाल पर जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया चल रही है. इस पर सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि मास्टर प्लान बनाने का काम चल रहा है, लेकिन ठेकेदार को 3 करोड़ रुपए का भुगतान पहले ही कर दिया गया. इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 2010 में भुगतान किया गया था.
सत्यनारायण शर्मा ने गरियाबंद जिले के पांडुका नहर में भ्रष्टाचार मामले में कार्रवाई नहीं होने और ठेकेदार को संरक्षण देने का आरोप लगाया. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर 5 अधिकारियों को निलंबित किया गया. ठेकेदार को भी ए ग्रेड से बी ग्रेड कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पैसे की वसूली भी की जा रही है.
सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि दाल में काला लग रहा है. इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित किया गया.
विधायक धनेंद्र साहू ने सर्वेश्वर एनीकट मामले को उठाते हुए कहा कि अनियमितता पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि टेंडर को निरस्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि चूंकि आर्थिक लेनदेन नहीं हुआ है, इसलिए अनियमितता नहीं पाई गई.
वहीं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पिछले तीन सालों में मैंने सदन में 17 अधिकारियों को निलंबित किया है. उन्होंने कहा कि निर्माण विभाग है, अनियमितता होने की शिकायत पर विधानसभा की गरिमा बढ़ाने के लिए सदन में जिम्मेदारों को निलंबित किया गया.