रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है और आज का दिन बेहद खास रहने वाला है. आज कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में चर्चा होनी है और जाहिर है कि ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच घमासान मचना तय है.

बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ 168 बिंदुओं का आरोप पत्र तैयार किया है. इसी आरोप पत्र के आधार पर विपक्ष  सरकार को कटघरे में खड़े करने की कोशिश करता नजर आएगा. ये अविश्वास प्रस्ताव 100 पन्नों का है.

इस कार्यकाल का दूसरा अविश्वास प्रस्ताव

बता दें कि 2013 में डॉ रमन सिंह तीसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे और इस कार्यकाल का ये दूसरा अविश्वास प्रस्ताव है. इससे पहले 2015 में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था. लेकिन तब सरकार ने सदन में विश्वास मत हासिल कर लिया था. सदन में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव 13 मतों से गिर गया था.

पिछली बार मतदान में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 37 सदस्यों जबकि विपक्ष में 50 सदस्यों ने अपना मत दिया था. मतदान में अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में भाजपा के 48 और बसपा के सदस्य एवं मनोनीत सदस्य ने अपना मत दिया था, जबकि पक्ष में कांग्रेस के 37 विधायकों ने अपना मत दिया था.

आज प्रदेश के छठवें अविश्वास प्रस्ताव पर होगी चर्चा

1. सितंबर 2002 में अजीत जोगी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
2. जुलाई 2003 में नंदकुमार साय ने लाया अविश्वास प्रस्ताव
3. दिसंबर 2007 में महेंद्र कर्मा ने पेश किया था अविश्वास प्रस्ताव
4. दिसंबर 2011 में रविंद्र चौबे ने विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था
5. जुलाई 2015 में टी एस सिंहदेव ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था
6. 22 दिसंबर 2017 को कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर होगी चर्चा

आज पेश होने वाले अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस-भाजपा ने बनाई रणनीति

गौरतलब है कि गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने विधायकों की बैठक ली और अविश्वास प्रस्ताव को लेकर तैयारियों की समीक्षा की. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कल विधानसभा में ना केवल विपक्षी सदस्यों ने सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की, बल्कि सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के आरोपों पर आक्रामकता से जवाब देने की रणनीति तैयार की है. नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल की मौजूदगी में समिति कक्ष में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आरोपों को लेकर जिम्मेदारियां तय की गई है. कौन विधायक, किस मंत्री को सदन में घेरेगा, इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई.

भाजपा ने भी बनाई रणनीति

वहीं कल विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में सीएम रमन सिंह की मौजूदगी में तमाम मंत्रियों और चुनिंदा बीजेपी विधायकों की बैठक हुई थी. मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और विधायकों को जिम्मेदारियां सौंप दी है.

इन पर रहेगी नजर

वहीं आज टी एस सिंहदेव, भूपेश बघेल, सत्यनारायण शर्मा के साथ ही मरवाही विधायक अमित जोगी, रेणु जोगी, सियाराम कौशिक और आर के राय पर भी खास नजर होगी.