अरविन्द मिश्रा, बलौदाबाजार। आस्था का पर्व छठ पूजा के चौथे दिन उदय होते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य देने बड़ी संख्या व्रती महिला और पुरुष पहुंचे. तड़के तालाब में आकार सूर्य देव को अर्घ्य देकर संतान के स्वस्थ दीर्घायु जीवन और अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए परिवार की खुशहाली के लिये भगवान सूर्य से प्रार्थना की. इसके साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया.

चार दिनों तक चलने वाले व्रत का प्रारंभ खरना से प्रारंभ होता है और 36 घंटे का निर्जला व्रत रख अस्ताचल सूर्य की पूजा और उदयाचल सूर्य की पूजा कर व्रत पूरा किया जाता है. उत्तर भारत के इस प्रमुख त्योहार को आज पूरे विश्व में मनाया जाता है. जिसपर श्रद्धालुओं का कहना है कि छठी मइया हमारे परिवार की रक्षा करती है और हर संकट को दूर करती है.

आस्था के पर्व में जुटे इन लोगों को एक ही मलाल है कि जिला प्रशासन की ओर से तालाब की साफसफाई नहीं होती है. इसके साथ ही छठ पर्व में जिस हिसाब से भक्त आ रहे हैं घाट छोटा पड़ रहा है जिसे बड़ा बनाना चाहिये और तालाब की सफाई करवानी चाहिए.