वीरेन्द्र गहवई, बिलासपुर। बस्तर के बीजापुर में बारिश के दौरान 30 गांवों के पानी से घिरने के मामले में सोमवार को सुनवाई हुई। इस दौरान शासन की ओर से बताया गया कि चिंतावागु नदी पर पुल निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। पिछले साल बारिश में कई गांव संपर्क विहीन होने पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया था।


बता दें कि अगस्त 2014 में बस्तर के बीजापुर क्षेत्र में भारी बारिश से लगभग 30 गांव टापू बन गए थे। राशन लाने के लिए भी ग्रामीणों को उफनती नदी पार करनी पड़ रही थी। हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर शासन को नोटिस जारी कर हालत सुधारने के उपायों पर जवाब देने कहा गया था। मामले में सरकार की ओर से बताया गया था कि बीजापुर जिले के दूरस्थ क्षेत्रों इस तरह की समस्या आती है। उस स्थिति से उबरने के लिए पीडीएस दुकानों में 4 माह का राशन एक साथ प्रदाय किया जाता है, ताकि राशन वितरण में कोई बाधा न आए। इसके साथ ही राज्य सरकार की नीति है कि जहां न्यूनतम 500 हितग्राही हों, वहीं पीडीएस दुकानें खोली जाती हैं। शासन ने कहा कि नदी पर पुल बन जाने के बाद आवागमन की समस्या से मुक्ति मिलेगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी गई।
बीजापुर क्षेत्र के भोपालपटनम ब्लॉक में भारी बारिश से गांवों का संपर्क अन्य जगहों से कट जाता है। राशन लाने के लिए भी ग्रामीण जिंदगी दांव पर ग्रामीण लगाते हैं। लगभग 77 वर्ष से यही हालत है लेकिन सुधार नहीं हो रहा है। यहां चिंतावागु नदीं पर पुल नहीं बनने के कारण जरूरी कार्यों के लिए लोगों को उफनती नदी पार करना पड़ता है।स्वास्थ्य सुविधा भी इस कारण बदहाल है। पुल निर्माण के लिए टेंडर नोटिस जारी करने के बाद भी ठेकेदार यहां काम करने में रुचि नहीं ले रहे, जिससे पुल नहीं बन पा रहा है। कोर्ट ने प्रक्रिया पूरी कर शासन को जानकारी देने कहा है।
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