रामकुमार यादव,अंबिकापुर। कोरोना काल में डॉक्टरों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन ऐसे समय में एक शादीशुदा महिला डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. महिला डॉक्टर ने किन कारणों से आत्मघाती कदम उठाया है, इसका खुलासा नहीं हो सका है. घटना अंबिकापुर जिले के गांधीनगर थाना इलाके का है.
जानकारी के मुताबिक नमना कला निवासी 38 वर्षीय महिला डॉक्टर खुशबू सिंह मायके में अपने परिवार के साथ रहती थी. वो बीती रात खाना खाने के बाद अपने 5 वर्षीय बेटे रुद्राक्ष के साथ सो गई थी. इसी दौरान रात में उसने फांसी लगा ली. बेटे की नींद खुली तो देखा की मां फंदे पर लटकी है. उसने नानी को आवाज दिया, तब नानी कमरे में पहुंची. उसने देखा कि उसकी डॉक्टर पुत्री फांसी पर लटकी हुई है. किसी तरह से उसकी बॉडी को उतार कर अपने परिचितों को बुलाकर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
महिला डॉक्टर की शादी 2013 में उत्तर प्रदेश निवासी इंजीनियर पुनीत सिंह से हुई थी. पति दिल्ली में नौकरी करता है. खुशबू बलरामपुर जिले के बरियो अस्पताल में पदस्थ थी. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया है. गांधीनगर पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही आत्महत्या का कारण स्पष्ट हो पाएगा.