रायपुर। बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री और संसद सदस्य (राज्यसभा) डॉ. सरोज पांडेय ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत की पुनः शुरुआत भाजपा ने की है. भाजपा और जनसंघ प्रारम्भ से ही स्वदेशी के पक्षधर रही हैं. 1954 में जनसंघ ने इस विषय को उठाया परंतु उस समय की सरकार को स्वदेशी का महत्व समझ नहीं आया. आतंकवादी गतिविधियों का समर्थक पाकिस्तान है और पाकिस्तान का समर्थन चीन करता है. बालाकोट से लेकर हर मोर्चे पर पाकिस्तान ने मुँह की खाई है. चीन ने भी दुःसाहस किया और उसे भी मुँह की खानी पड़ी. यह बातें सरोज पांडे ने भाजपा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के दौरान कही है.

सरोज पांडेय ने कहा कि आज इन सभी विपरीत परिस्थितियों में भारत की आज़ादी के बाद सुरक्षा के एक से एक उपकरणों, जो विदेशों से आते थे, पर रोक लगा कर भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व को संदेश दिया कि भारत आत्मनिर्भर बनने जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने मजबूती के साथ कदम रखते हुए पुराने नियमों में अनेक परिवर्तन किया. आत्मनिर्भर का अर्थ यह बिल्कुल नहीं कि हम अन्य देशों के विरोधी हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता के साथ सामंजस्यपूर्वक कार्य करना है. मोदी ने आत्मनिर्भरता के लिए मजबूती से आगे बढ़ने का काम किया है और वोकल फ़ॉर लोकल का नारा दिया.

डॉ. पांडेय ने कहा कि नक्सलवाद एक बड़ी चिंता का विषय रहा है. नक्सलवाद वह वाद रहा, जिसकी शुरुआत शोषण रोकने के नाम पर हुई परंतु यह कब रेड कॉरिडोर में बदल गया, पता ही नहीं चला. नक्सलवाद के साथ मज़बूती से लड़ने का काम यदि किसी ने किया तो हमारी पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में किया. झीरम घाटी की घटना घटी, वह बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है. परंतु, उस समय बड़े बड़े आरोप लगाने वाले कांग्रेस के नेता कहते थे, हमारी सरकार आने दीजिए, हमारी जेब में सबूत हैं; तो अब क्या हो गया? अब कांग्रेस के नेता सबूत क्यों नहीं निकालते? पांडेय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नक्सलियों के सामने घुटने टेक दिए हैं. नक्सलवाद पर इस सरकार ने राजनीति की है, जिसके दुष्परिणाम हम सभी को आने वाले समय मे भोगने पड़ेंगे.

भाजपा को यहां तक पहुंचाने में नेताओं का संघर्ष

भाजपा के प्रदेश महामंत्री, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व विधायक नारायण चंदेल ने अपने संबोधन में कहा कि हज़ार टुकड़े हुए कांग्रेस के कोई इधर गिरा कोई उधर गिरा. भाजपा एक परिवार है और हमारे परिवार के इतिहास, विचारधारा की सम्पूर्ण जानकारी हमें होगी, तभी व्यक्तित्व विकास होगा. व्यक्तिगत तौर पर हमारे परिवार में भी हमारे बुजुर्गों से प्रेरणा मिलती हैं. हमारे माता-पिता ने कितना संघर्ष किया, हमें मालूम होना चाहिए. ठीक उसी प्रकार राजनीतिक जीवन में भी हमारे दल के नेताओं के संघर्ष और संकल्प का इतिहास है और आज भाजपा जिस स्थान पर पहुंची हैं, वह हमारे नेताओं के संघर्ष, बलिदान और समर्पण का परिणाम है.

प्रदेश सरकार की योजनाओं के लिए बज़ट नहीं

वर्ग में अपने संबोधन में प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि राम वन गमन पथ के लिए या अन्य किसी योजना के लिए बजट का प्रावधान ही इस सरकार ने नहीं किया. प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल ने अपनी फ्लैगशिप योजना नरवा-गरुवा-घुरवा-बारी के लिए बजट नहीं रखा है और केंद्र के पैसे का उपयोग कर रहे हैं. इसी प्रकार प्रदेश में नए विधानसभा भवन के लिए शिलान्यास हो चुका है, लेकिन उसके लिए प्रशासकीय स्वीकृति अभी तक नहीं मिली है. प्रदेश को कर्ज़ के दलदल में धँसाकर प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से मिली राशि का उपयोग कर झूठी वाहवाही बटोरने में लगी है. प्रदेश सरकार पूँछ दिखाकर घोड़ा बेचने की हास्यास्पद कोशिश कर रही है.

पूर्व मंत्री व विधायक चंद्राकर ने वर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि अटलजी के स्वप्न के राज्य छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियों ने प्रथम तीन वर्षों में विधायक खरीदे, नेता प्रतिपक्ष के पैर तोड़े, भाजपा नेताओं पर हत्या के प्रयास के मुकदमे तक दर्ज किये. अलगाववाद, बर्बरता, प्रताड़ना, अधिनायकवाद का बीज बोने का प्रयास किया. लेकिन उसके बाद के 15 वर्षो के भाजपा शासन में क्षेत्रीय असंतुलन कम हुआ. प्रत्येक कोने में शिक्षा के प्रसार के लिए विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, शिक्षा के केंद्रों का विकास किया गया. आज विश्वस्तरीय सारे शिक्षण संस्थानों हमारे छत्तीसगढ़ में है, जहाँ सभी वर्गों के छात्र अध्ययन कर सामाजिक विकास कर रहे हैं. चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश को नई दिशा देने वाला राज्य बना, कौशल उन्नयन, लोक गारंटी कानून और सबसे बड़ी बात भूख पर विजय प्राप्त करते हुए 1 रु. किलो में चावल हमारी सरकार ने दिया. हमारी सरकार के पीडीएस के मॉडल को देश ने अपनाया. चंद्राकर ने भाजपा कार्यकर्ताओं की विशेषता का उल्लेख करते हुए कहा कि असंभव को संभव बनाना भाजपा कार्यकर्ता जानता है. विधानसभा चुनाव में भाजपा 9.8 % वोट से पीछे थी और मात्र 4 महीने बाद लोकसभा चुनाव में भाजपा 10% वोट से आगे हो गई. यह कार्यकर्ताओं की ताकत है.

भाजपा का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण है

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक प्रेम सिंग सिदार अपने विचार परिवार पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि भाजपा एक विचार, एक दृष्टि के लिए कार्य करती है, क्योंकि उसका उद्देश्य राष्ट्र निर्माण है. राष्ट्र निर्माण का कार्य करते-करते हम लोगों के दिलों में हम बस गए हैं. देश हमारे लिए जागृत पुरुष है और इसका एक-एक इंच हिस्सा भी हमारे लिए पूजनीय है. पराधीनता की मानसिकता से ग्रसित मन पर विजय प्राप्त कर देश को 2020 तक विश्वगुरु बनना है. अपने राष्ट्र अपने पूर्वज, अपने इतिहास, अपनी संस्कृति से प्यार करना ही हमारा विचार परिवार का उद्देश्य है.

समापन सत्र में प्रदेश अध्यक्ष का आह्वान

समापन सत्र को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि इन तीन दिनों में 10 विषयों के विशेषज्ञ मंडलों में जाकर कार्यकर्ताओं को वैभवशाली राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रेरित करेंगे. इस कार्य के लिए मीठी बोली, शांत विचार, लगातार प्रवास और राष्ट्र के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ता तैयार करेंगे जो हमारा लक्ष्य 2023 प्राप्त करेंगे और इस सरकार की वादाख़िलाफ़ी को जनता के सम्मुख लाकर उन्हें जागृत करना है. शिविर में प्रदेशभर से आये 300 कार्यकर्ता मास्टर ट्रेनर बनकर मण्डल स्तर के निचले कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे.

मृतक किसान नहीं था मानसिक रोगी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने किसान की खुदकुशी मामले में बीजेपी की जांच रिपोर्ट पर कहा कि हमारी जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि मृतक किसान मानसिक रोगी नहीं था. वो रेघा में खेती कर रहा था, दो-तीन बार कीटनाशक का छिड़काव किया, पर कोई फायदा नहीं हुआ. फसल के नुकसान की आशंका में उसने खुदकुशी कर ली. सरकार मृतक किसान को मानसिक रोगी कहकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती है.