रायपुर. पिछले कुछ समय से चल रहा छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स का विवाद आज सुलझ गया. चेंबर संरक्षक मंडल एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में विचार विमर्श के बाद चेंबर अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा का इस्तीफा अस्वीकृत कर दिया गया. इस बैठक में उपस्थित अध्यक्ष बरलोटा, महामंत्री लालचंद गुलवानी तथा कोषाध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल की गलत फहमियां दूर की गई. पदाधिकारियों में इस बात की सहमति बनी कि वे मिलजुल कर सामाजिक सामंजस्य के साथ चेंबर में व्यापार उद्योग जगत के लिए कार्य करेंगे. वरिष्ठ जनों के निर्णय परिजनों ने निर्णय लिया कि पूर्व में बनाई गई अनुशासन समिति को कार्यकारिणी समिति की बैठक में अधिकार दिए जाने का प्रस्ताव बैठक लाए जाए.

 

बता दे कि कुछ दिनों पहले भी पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम को लेकर कांग्रेस ने भारत बंद बुलाया था, जिसे छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स ने समर्थन किया था. सूत्रों के मुताबिक चेंबर अध्यक्ष के समर्थन के फैसले से बीजेपी से जुड़ा चेंबर का एक घड़ा काफी नाराज चल रहा था. इसके चलते चेंबर अध्यक्ष बरलोटा ने 14 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था.

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इस बैठक में श्रीचंद सुंद्रानी खूबचंद, पारख शिवराज कुमार, दिलीप सिंह होरा, तिलोकचंद अग्रवाल, लाल पटेल जगदेव सिंह, चेयरमैन भावना अग्रवाल, अनुशासन समिति के अध्यक्ष चरण सिंह साहनी, सुशील अग्रवाल, मोहनलाल तेजवानी, अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा, महामंत्री लालचंदानी, कोषाध्यक्ष प्रभारी अध्यक्ष विधानी उपस्थित रहे.