पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सख्त मिजाजी चर्चा में रही है. बड़े और कड़े फैसलों के बीच यह उनकी एक पहचान बनती चली गई, लेकिन कभी-कभी ऐसी तस्वीरें भी सामने आती रहीं, जो इस धारणा को तोड़ती रही. सख्त दिल के पीछे एक मर्म भी छिपा है, जो अपनों के नहीं होने पर फूट पड़ता है. गरियाबंद के बारुका में जब भूपेश बघेल सुप्रसिद्ध लोक गायक मिथलेश साहू की श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे, तो उनका यह मर्म आंसू के साथ फूट पड़ा. कहने को तो यकीनन उनके पास बहुत कुछ था, लेकिन जेहन में बसी मिथलेश साहू की यादें ही थी, जो शब्द की जगह आंसू बनकर बहते चले गए.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों माइक था, लेकिन शब्द की जगह लगातार आंसू बह रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष डाक्टर चरणदास महंत ने इसे महसूस किया और माइक अपने हाथों में थाम संवेदना व्यक्त की. भूपेश कुछ ज्यादा न बोल सके. इस दौरान मंत्री रविंद्र चौबे, ताम्रध्वज साहू, विधायक धनेंद्र साहू और पूर्व सांसद चंदूलाल साहू भी श्रद्धांजलि सभा में मौजूद थे.

बता दें कि लंबी बीमारी के बाद प्रसिद्ध लोक गायक मिथलेश साहू का बीते 16 दिसंबर को रायपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हुआ था. निधन के बाद मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में भी उनके निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया था. उन्होंने कहा था कि मिथलेश साहू से उनके पारिवारिक संबंध रहे हैं. वह लोककला के लिए प्रति समर्पित कलाकार थे. उन्होंने आजीवन कला की सेवा की है.

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